
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को कानपुर मेट्रो के अंडरग्राउंड सेक्शन का उद्घाटन करेंगे. अब तक मेट्रो सेवा सिर्फ 9 स्टेशनों, IIT कानपुर से मोतीझील के बीच सीमित थी. लेकिन अब इसमें 5 और स्टेशन जुड़ने जा रहे हैं: चुन्नीगंज, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा, नयागंज और कानपुर सेंट्रल. इसके साथ ही मेट्रो के कुल स्टेशनों की संख्या 14 हो जाएगी.
अंडरग्राउंड सेक्शन की शुरुआत बच्चों की पहली सवारी से होगी. पीएम मोदी जब कानपुर सेंट्रल मेट्रो स्टेशन से ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे, तब उसमें बच्चे सवार होंगे.
कानपुर मेट्रो के नए फेज की खास बातें
कानपुर मेट्रो का नया चरण कई मायनों में खास और तकनीकी रूप से उन्नत है. यह पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित है, जो देश की आत्मनिर्भरता को दर्शाता है. मेट्रो ट्रेन में एसी सिस्टम कार्बन डाइऑक्साइड सेंसर से जुड़ा है, जो ऑटोमैटिक कंट्रोल के जरिए बिजली की खपत को घटाता है.
एक मेट्रो ट्रेन में कुल यात्री क्षमता 765 यात्रियों की है. तीन कोच वाली हर मेट्रो में 24 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिससे सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनी है. मेट्रो की अधिकतम गति 80-90 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. स्टेशनों की छत पर लगे सोलर प्लांट्स से सालाना 12 लाख यूनिट बिजली की बचत होगी. यात्रियों के लिए एक विशेष सुविधा यह है कि वे चाहें तो पार्टी या प्री-वेडिंग शूट के लिए कोच रिज़र्व भी कर सकते हैं.
महिला सुरक्षा पर विशेष जोर
मेट्रो स्टेशनों को महिला सुरक्षा की दृष्टि से खास तौर पर डिजाइन किया गया है. हर स्टेशन को "डार्क स्पॉट फ्री" बनाया गया है यानी कोई ऐसा कोना नहीं जहां कोई छिप सके. आईआईटी से कानपुर सेंट्रल तक की कुल दूरी 16 किलोमीटर है, जिसे दो हिस्सों में बांटा गया है:
पूरी यात्रा में कुल 28 मिनट का समय लगेगा. मोतीझील से हर 12 मिनट में एक मेट्रो ट्रेन उपलब्ध होगी. किराया ₹10 से ₹40 तक तय किया गया है.
स्टेशनों पर सांस्कृतिक झलक
हर अंडरग्राउंड स्टेशन को कानपुर की सांस्कृतिक विरासत से जोड़ा गया है:
स्टेशनों के पास प्रमुख स्थल
सुरक्षा और सुविधाए: