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No Odd-Even in Delhi: दिल्ली में ऑड-ईवन की जगह लेगा Pollution Mitigation Plan, जानिए क्या है सरकार की यह नई योजना 

मुख्यमंत्री गुप्ता ने ऑड-ईवन को अलविदा कहते हुए इस साल के एयर पॉल्यूशन मिटिगेशन प्लान का शुभारंभ किया. यह प्लान क्या होता है, आइए जानते हैं.

दिल्ली की CM रेखा गुप्ता (फाइल फोटो) दिल्ली की CM रेखा गुप्ता (फाइल फोटो)

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने साफ किया है कि आने वाली सर्दियों में ऑड-इवन स्कीम लागू नहीं की जाएगी. उन्होंने बताया कि सरकार का मानना है कि यह योजना लोगों की परेशानी बढ़ाने के लिए पिछली सरकारों ने लाई थी, पर प्रदूषण कम करने पर इसका असर नहीं हुआ. इसकी जगह दिल्ली सरकार अब राजधानी में पॉल्यूशन मिटिगेशन प्लान लेकर आने वाली है.

क्या होगी सरकार की नई योजना?
मुख्यमंत्री गुप्ता ने ऑड-ईवन को अलविदा कहते हुए इस साल के एयर पॉल्यूशन मिटिगेशन प्लान का शुभारंभ किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली लंबे समय से एयर पॉल्यूशन की समस्या से जूझ रही है. "क्लीन दिल्ली, ग्रीन दिल्ली और हेल्थी दिल्ली" के लिए सरकारी प्रयास तेज किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि इस प्लान के तहत पॉल्यूशन कम करने के लिए लेटेस्ट इनोवेशन और तकनीकी उपाय अपनाए जाएंगे.

इसी कड़ी में, आईआईटी कानपुर के साथ मिलकर आर्टिफिशियल रेन और क्लाउड सीडिंग पर काम शुरू किया गया है. इसके अलावा, डस्ट प्रदूषण कम करने के लिए अब 1000 वॉटर स्प्रिंकलर और 140 एयर गन  मानसून के अलावा साल भर सक्रिय रहेंगे. दिल्ली में 70 रोड स्वीपिंग मशीनें, 70 इलेक्ट्रिक लिटर पिकर और 30 वॉटर टैंकर स्वैपिंग मशीन के साथ काम करेंगे.

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नीति में कौन-कौनसे बदलाव?
प्रदूषण के हॉट स्पॉट क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी. 3000 स्क्वायर मीटर से बड़े कमर्शियल बिल्डिंग्स में एयर स्प्रिंकलर लगाए जाएंगे. कंस्ट्रक्शन और डेमोलिशन वेस्ट के लिए भी सख्त नियम बनेंगे. नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर डीपीसीसी जुर्माना लगाएगा.

दिल्ली के एंट्री पॉइंट्स पर एंड ऑफ लाइफ व्हीकल की पहचान के लिए एएनपीआर कैमरे लगेंगे. एक नवंबर 2025 से केवल भारत स्टेज-6 कमर्शियल वाहनों को दिल्ली में प्रवेश मिलेगा. पड़ोसी राज्यों के एंड ऑफ व्हीकल के डेटा भी दिल्ली सरकार के पास होंगे और आवश्यक चेतावनी संदेश भेजे जाएंगे.
स्थानीय परिवहन को बढ़ावा देने के लिए 2300 ई-ऑटो मेट्रो स्टेशनों पर लगाए जाएंगे. साथ ही पांच जून से 200 नई इलेक्ट्रिक बसें दौड़ेंगी. कुल मिलाकर इस साल के अंत तक दिल्ली में 2080 इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी और 2027 तक यह संख्या 10,000 तक पहुंचाने का लक्ष्य है. 

18,000 चार्जिंग स्टेशन निजी और अर्ध-निजी क्षेत्र में स्थापित किए जाएंगे. पीयूसी सेंटरों (Public Unit Charging Centre) का भी आधे वर्ष में ऑडिट होगा. ट्रैफिक जाम कम करने के लिए स्मार्ट इंटेलीजेंट ट्रैफिक सिस्टम लागू किया जाएगा. 

सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट में तेजी लाकर कूड़े के पहाड़ कम किए जा रहे हैं. वर्तमान में चार वेस्ट टू एनर्जी प्लांट चालू हैं. इनमें दो नए प्लांट और दो प्लांट की क्षमता बढ़ाई जा रही है. अगले कुछ समय में वेस्ट प्रोसेसिंग क्षमता को अधिक से अधिक किया जाएगा. 

सभी आरडब्ल्यूए गार्ड्स को इलेक्ट्रिक हीटर और नगर निगम के माध्यम से वेस्ट सेग्रिगेशन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. इस साल 6 नए एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन लगाए जाएंगे। इसके अलावा, 5 तारीख से "एक पेड़ मां के नाम" अभियान के तहत 70 लाख पेड़ लगाए जाएंगे.