
केंद्रीय राज्य मंत्री (एमओएस) प्रतिमा भौमिक, धनपुर सीट जीतने के बाद त्रिपुरा की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने के लिए एक मजबूत दावेदार के रूप में उभरी हैं. यह सीट बहुत अहम् थी क्योंकि इसे लेफ्ट का गढ़ कहते हैं. यहां पर भगवा लहराकर प्रतिमा भौमिक ने बहुत बड़ा काम किया है. शनिवार को भौमिक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी पहचान के लिए जूझ रहे पूर्वोत्तर को पहचान दी है.
भारत के चुनाव आयोग के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लगभग 39 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 32 सीटें जीतीं. टिपरा मोथा पार्टी 13 सीटें जीतकर दूसरे स्थान पर रही. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) को 11 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस को तीन सीटें मिलीं. इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) ने एक सीट जीतकर अपना खाता खोलने में कामयाबी हासिल की.
कौन हैं प्रतिमा भौमिक?
प्रतिमा भौमिक ने 42.25 प्रतिशत वोट शेयर के साथ कुल 19,148 वोटों के साथ धनपुर सीट जीती। वह लोकप्रिय रूप से 'त्रिपुरा की दीदी' या 'प्रतिमा दी' के नाम से जानी जाती हैं.
आपको बता दें कि भौमिक ने 1998 और 2018 में धनपुर से त्रिपुरा विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन दोनों बार माणिक सरकार के खिलाफ हार गए थे. हालांकि, इस बार, वह उसी सीट धनपुर से माकपा के कौशिक चंदा को 3,500 मतों के अंतर से हराकर जीतने में सफल रही. माणिक सरकार ने इस साल त्रिपुरा का चुनाव नहीं लड़ा था.
लगाई जा रही हैं सीएम बनने की अटकलें
भौमिक को लेकर राजनितिक गलियारों में चर्चा तेज है. अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह त्रिपुरा की अगली मुख्यमंत्री हो सकती हैं. हालांकि, इस बारे में उनका कहना है कि वह एक समर्पित पार्टी कार्यकर्ता हैं, और सिर्फ पार्टी की वजह से आज वह यहां हैं. उन्होंने अपनी पार्टी के कहने पर चुनाव लड़ा. इसलिए, किसी को कुछ भी अनुमान नहीं लगाना चाहिए.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के टिकट पर 2019 में संसद के लिए चुने जाने के दो साल बाद, 54 वर्षीय भौमिक ने जुलाई 2021 में केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली थी. ऐसा करने वाली वह छोटे पूर्वोत्तर राज्य की पहली स्थायी निवासी बनीं.
साल 1991 में पार्टी में शामिल होने के एक साल बाद, भौमिक भाजपा राज्य समिति की सदस्य बनी और अगले वर्ष पार्टी के धनपुर मंडल की प्रमुख बनाई गईं. भौमिक ने पार्टी की युवा और महिला शाखा के उपाध्यक्ष के रूप में भी काम किया. बाद में 2016 में उन्हें पार्टी का महासचिव बनाया गया.
2019 के लोकसभा चुनाव में भौमिक ने तत्कालीन सांसद शंकर प्रसाद दत्ता को 305,689 मतों के भारी अंतर से हराया था.
साइंस ग्रेजुएट हैं भौमिक
प्रतिमा भौमिक विज्ञान में स्नातक हैं. एक स्कूल शिक्षक पिता के घर जन्मी भौमिक के तीन भाई-बहन हैं. अपने शुरुआती दिनों में, वह ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर के कार्यक्रमों में खो-खो और कबड्डी खेलती थीं. वह सोनमुरा के बरनारायण में अपने पैतृक स्थान पर खेती भी करती थीं.
त्रिपुरा भाजपा प्रमुख राजीव भट्टाचार्य ने कहा कि निर्णय विधायक दल की बैठक में लिया जाएगा. 1-2 दिन प्रतीक्षा करें जिसके दौरान हम निर्णय लेंगे।. भाजपा में नेताओं की कोई कमी नहीं है और सबने इस चुनाव में एक टीम के रूप में काम किया है.