
kumbh special train
kumbh special train महाशिवरात्रि के दिन महाकुंभ में स्नान करने का सपना संजोय श्रद्धालुओं की भीड़ समस्तीपुर स्टेशन पर इतनी उमड़ी कि तीन तीन कुंभ स्पेशल ट्रेन चलाने के बावजूद ट्रेन में जगह कम पड़ गई. नतीजा यह हुआ कि काफी संख्या में श्रद्धालु अंतिम कुंभ स्पेशल ट्रेन में नहीं चढ़ पाए जिसकी वजह से बचे हुए श्रद्धालु मायूस हो गए.
समस्तीपुर रेलमंडल के डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने यह देख तुरंत कुंभ स्पेशल ट्रेन में एक्सट्रा कोच जुड़वाने का निर्णय लिया. इसके बाद श्रद्धालुओं को इसकी सूचना जैसे ही मिली के सभी के चेहरे खिल उठे और डीआरएम सहित रेलवे की पूरी टीम की सराहना करते हुए सपना पूरा करने के लिए थैंक्यू कहा. बता दें कि समस्तीपुर रेलमंडल के जयनगर से दो और रक्सौल से एक कुंभ स्पेशल ट्रेन चलाई गई है.
लगाए गए दो एक्स्ट्रा कोच
महाशिवरात्रि के दिन महाकुंभ में स्नान करने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु जयनगर और दरभंगा से समस्तीपुर पहुंच गए थे. जिसका नतीजा यह हुआ कि समस्तीपुर स्टेशन आने से पहले ही ट्रेन हाउसफुल हो चुकी थी. रात्रि के 11 बजकर 10 मिनट पर जब रक्सौल से झूसी जाने वाली अंतिम कुंभ स्पेशल ट्रेन समस्तीपुर स्टेशन पहुंची तो इसमे भी काफी संख्या में श्रद्धालु नहीं चढ़ पाए. यह देख स्टेशन पर मौजूद डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने तुरंत निर्णय लिया कि बचे हुए श्रद्धालुओं को चढ़ाने के लिए एक्सट्रा कोच लगाएं जाएं. इसके बाद बचे हुए श्रद्धालुओं को एक जगह किया गया. उनकी गिनती की गई. फिर यह निर्णय हुआ कि दो कोच एक्स्ट्रा लगाएं जाएंगे.

कुंभ स्पेशल में एक्स्ट्रा कोच जुड़ते ही श्रद्धालुओं के चेहरे खिल उठे
महाशिवरात्रि के दिन महाकुंभ में स्नान नहीं कर पाने की चिंता ट्रेन में नहीं चढ़ पाए श्रद्धालुओं को सताने लगी थी. जिसकी वजह से उनके चेहरे पर मायूसी छा गई थी. लेकिन दो एक्स्ट्रा कोच जोड़ने की खबर सुन श्रद्धालुओं के चेहरे खिल उठे.
ट्रेन में 40 मिनट के अंदर ही दो एक्स्ट्रा कोच जोड़ दिया गया. भगदड़ न मचे इसके लिए आरपीएफ जीआरपी एसडीआरएफ और रेल मदद टीम ने घेरे के अंदर यात्रियों को रखा. कोच जुड़ने के बाद कतारबद्ध करके सभी यात्रियों को चढ़ाया गया. कई श्रद्धालुओं ने डीआरएम सहित रेलवे की पूरी टीम को धन्यवाद दिया.
ताली बजाकर श्रद्धालुओं को प्रयागराज के लिए रवाना किया गया
एक्स्ट्रा कोच जोड़ने के बाद बारी बारी से श्रद्धालुओं को ट्रेन में चढ़ाने के बाद जब ट्रेन को प्रयागराज के लिए रवाना किया गया तो रेलकर्मियों के बीच उत्साह भर गया. कतारबद्ध होकर श्रद्धालुओं का ताली बजाकर स्वागत करते हुए महाकुंभ स्नान के लिए रवाना किया गया.
श्रद्धालुओं के बीच मुफ्त में बांटी गई पानी बिस्किट और चाय
कुंभ स्पेशल ट्रेन में भीड़ इतनी थी कि यात्री ट्रेन से उतर कर पानी तक नही ले पा रहे थे. यह देखते हुए डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने यात्रियों के बीच पानी बिस्किट और चाय बांटने का रेलकर्मियों को निर्देश दिया. इसके बाद श्रद्धालुओं के बीच पानी की बोतलें बिस्किट और चाय दी जाने लगी. काफी संख्या में लोग इससे लाभान्वित हुए.
कोच लगने के साथ आशा में बदल गई निराशा : डीआरएम
डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने बताया कि महाशिवरात्रि के एक दिन पहले महाकुंभ में स्नान करने के लिए लोग प्रयागराज पहुंचना चाहते हैं. इसकी वजह से श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा थी. अंतिम कुंभ स्पेशल ट्रेन जब आई तो उसमें चार सौ के करीब श्रद्धालुओं नहीं चढ़ पाए तो मैंने निर्णय लिया कि दो नए डब्बे लगा दिए जाएं. 40 मिनट के अंदर दो डब्बे को जोड़कर यात्रियों को उसमें चढ़ा दिया गया. जब दो कोच लग गए तो जिन श्रद्धालुओं की आशा निराशा में बदल गई थी फिर से आशा में बदल गई.