
कभी-कभी हमारे देश के प्रधानमंत्री का हमें कुछ ऐसा व्यवहार देखने को मिलता है जो हमारी उम्मीद से परे होता है. उनकी सादगी और सहजता लोगों को चौंका देती है. ऐसा ही एक उदाहरण तब देखने को मिला जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मंगलवार को आईआईटी कानपुर के दौरे पर थे. इस दौरान वह छात्रों के एक समूह से मिलने और बधाई देने के लिए रुक गए. ये छात्र दीक्षांत समारोह का हिस्सा भी नहीं थे. पीएम के साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य अधिकारी भी थे.
पीएम ने छात्रों को दी शॉर्ट कट से दूर रहने की सलाह
इस दीक्षांत समारोह में दिए गए अपने भाषण में, पीएम मोदी ने छात्रों को जीवन में शॉर्टकट से बचने और चुनौतियों का सामना करने का प्रयास करने और एक कुशल समाधान के साथ उन्हें दूर करने की सलाह दी. उन्होंने कहा, "एक बार जब आप कॉलेज से बाहर कदम रखते हैं, तो सफलता के शॉर्टकट के साथ बहुत सारे लोग आपके पास आएंगे. लेकिन जब आराम और चुनौती के बीच चयन करने के लिए कहा जाए, तो मैं आप सभी को सलाह दूंगा कि आप बाद वाले के लिए जाएं”. इस बात में कोई संदेह नहीं है कि आईआईटी के छात्रों की मदद से भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बनकर उभरा है.
ब्लॉकचेन तकनीक के माध्यम से जारी की गई डिजिटल डिग्री
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, "स्वतंत्रता के इस 75 वें वर्ष में, हमारे पास 75 से अधिक यूनिकॉर्न हैं, 50,000 से अधिक स्टार्टअप हैं. इनमें से 10,000 केवल पिछले 6 महीनों में आए हैं. भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बनकर उभरा है, और यह उपलब्धि प्रमुख रूप से IIT के छात्रों की मदद से हासिल की गई है." दीक्षांत समारोह में, सभी छात्रों को राष्ट्रीय ब्लॉकचेन परियोजना के तहत संस्थान में विकसित एक इन-हाउस ब्लॉकचेन तकनीक के माध्यम से डिजिटल डिग्री जारी की गई. प्रधानमंत्री ने ब्लॉकचेन-आधारित डिजिटल डिग्री भी लॉन्च की जिन्हें विश्व स्तर पर वेरीफाई किया जा सकता है.