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Railway First Woman Chairman: रेलवे को मिल सकती है पहली महिला चेयरमैन, जया वर्मा सिन्हा का नाम रेस में सबसे आगे

रेलवे बोर्ड में परिचालन और व्यवसाय विकास की सदस्य जया वर्मा सिन्हा को रेलवे बोर्ड का सदस्य बनाया जा सकता है. बालासोर में हुए कोरमंडल एक्सप्रेस हादसे के वक्त जया वर्मा काफी एक्टिव थींं और पीएम मोदी को घटना का ब्योरा शेयर कर रही थी. इस दौरान उनके काम की भी काफी तारीफ हुई थी.

जया वर्मा सिन्हा जया वर्मा सिन्हा

रेलवे बोर्ड में पहली बार मोदी सरकार में किसी महिला अधिकारी को रेलवे बोर्ड का अध्यक्ष बनाया जा रहा है. रेलवे बोर्ड में परिचालन और व्यवसाय विकास की सदस्य जया वर्मा सिन्हा रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष पद के लिए रेस में सबसे आगे चल रही है. ऐसा बताया जाता है कि वर्तमान रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अनिल कुमार लाहोटी का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है. इसको लेकर रेलवे ने वरीयता के आधार पर चार लोगों का पैनल तैयार किया था. इस पैनल में जया वर्मा सिन्हा को अध्यक्ष बनाने पर मोदी सरकार की लगभग मुहर लग गई है. 

बालासोर के समय किया था काम
बता दें कि बालासोर में हुए कोरमंडल एक्सप्रेस हादसे के वक्त जया वर्मा सिन्हा ही पूरे घटनाक्रम पर विस्तार से जानकारी दे रही थी. पीएमओ में भी इस घटना को लेकर पावर प्रजेंटेशन जया वर्मा सिन्हा ने ही दी थी. इस दौरान उनकी कार्यशैली को काफी सराहना की गई थी. अब इस महिला अधिकारी पर रेलवे के क्षेत्र में बेहतर काम करने की उम्मीद पर सरकार भरोसा कर रेलवे बोर्ड का अध्यक्ष बनाने की तैयारी कर रही है.ऐसा माना जा रहा है कि मोदी सरकार की ओर से रक्षाबंधन पर मोदी सरकार की ओर से जया वर्मा सिन्हा को रेलवे बोर्ड अध्यक्ष पद का गिफ्ट देने जा रही है.

कौन है जया वर्मा सिन्हा 
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे चल रही जया वर्मा सिन्हा इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी की है. इसके बाद 1988 में भारतीय रेलवे यातायात सेवा (आईआरटीएस) में शामिल हुई. दक्षिण पूर्व रेलवे, उत्तर रेलवे,पूर्व  रेलवे सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर अपना योगदान दे चुकी है.जया वर्मा सिन्हा पूर्व रेल के सियालदह डिवीजन में डीआरएम के पद पर कार्य कर चुकी है.इसके अलावे दक्षिणी पूर्व रेलवे में मुख्य वाणिज्य प्रबंधक भी रही है. जया वर्मा सिन्हा चार वर्षों तक बंग्लादेश के ढाका में भारतीय उच्चायोग में रेलवे के सलाहकार भी थी. इनके ही कार्यकाल के दौरान कोलकाता से ढाका के लिए मैत्री एक्सप्रेस का उदघाटन हुआ था. अब देखना होगा कि रेलवे के कई महत्वपूर्ण पदों पर योगदान देने वाली जया वर्मा सिन्हा अगर रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष बनती है तो रेलवे में अपने अनुभवों का क्या लाभ देती है ? 

(समस्तीपुर से जहांगीर आलम की रिपोर्ट)