scorecardresearch

राज्यसभा सांसदों का चुनाव कैसे होता है, जानिए

Rajya Sabha Election 2022: 6 राज्यों में राज्यसभा का चुनाव होने वाला है. राज्यसभा की 13 सीटों के लिए 31 मार्च को वोट डाले जाएंगे. पंजाब में 5, असम में दो, केरल में तीन के अलावा हिमाचल प्रदेश, नागालैंड और त्रिपुरा में एक-एक सीटों पर वोटिंग होगी.

rajya sabha rajya sabha
हाइलाइट्स
  • राज्यसभा कभी भंग नहीं होती है

  • 6 साल का होता है कार्यकाल

  • हर दो साल बाद होता है चुनाव

राज्यसभा और लोकसभा संसद के दो सदन हैं. लोकसभा सदस्यों का चुनाव सीधे जनता के जरिए होता है, जबकि राज्यसभा का चुनाव जनता के चुने हुए प्रतिनिधि करते हैं. राज्यसभा कभी भंग नहीं होती है. राज्यसभा हमेशा बनी रहती है. हर दो साल पर एक तिहाई सदस्यों का चुनाव होता है. 6 राज्यों की 13 सीटों पर वोटिंग होगी. इस बार हिमाचल प्रदेश, असम, केरल, पंजाब, नागालैंड और त्रिपुरा की सीटों पर वोट डाले जाएंगे.

किसका कार्यकाल हो रहा खत्म-
पंजाब, असम, हिमाचल प्रदेश, नागालैंड, त्रिपुरा और केरल के राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल खत्म हो रहा है. असम से रिपुन बोरा और रानी नारह का कार्यकाल खत्म हो रहा है. हिमाचल प्रदेश से कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा का कार्यकाल 2 अप्रैल को खत्म होगा. पंजाब से सुखदेव सिंह, प्रताप सिंह बाजवा, श्वैत मलिक का कार्यकाल 3 अप्रैल को खत्म होगा. जबकि नरेश गुजराल और शमशेर सिंह ढुल्लो का कार्यकाल 2 अप्रैल को खत्म हो रहा है. नागालैंड और त्रिपुरा से केजी केने और झरना दास बैद्य का कार्यकाल खत्म हो रहा है. केरल से श्रेयम्स कुमार, सोमा प्रसाद और एके एंटनी का कार्यकाल खत्म हो रहा है.

कैसी होती है राज्यसभा-
राज्यसभा में अधिकतम 250 सदस्य हो सकते हैं. इनमें से अधिकतम 12 सदस्यों को राष्ट्रपति नॉमिनेट कर सकते हैं. इनका नॉमिनेशन खेल, कला, संगीत जैसे क्षेत्रों से होता है. इसके अलावा 238 सदस्य राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से आते हैं. राज्यसभा का कार्यकाल 6 साल का होता है. हर दो साल में एक तिहाई सदस्यों का कार्यकाल खत्म होता है. इसलिए दो साल में एक बार चुनाव होते हैं. किस राज्य से कितने राज्यसभा सदस्य होंगे, इसका फैसला उस राज्य की आबादी के आधार पर होता है.

कैसे होता है चुनाव-
राज्यसभा के चुनाव में विधायक हिस्सा लेते हैं. राज्यसभा का चुनाव इस फॉर्मूले पर होता है.

फॉर्मूला= (विधायकों की कुल संख्या/राज्यसभा की खाली सीटें+एक)+ एक

इसे उदाहरण के जरिए समझ सकते हैं. जैसे पंजाब में 117 विधायक हैं और राज्यसभा की पांच सीटें खाली हैं. सबसे पहले राज्यसभा की खाली 5 सीटों में एक जोड़ देंगे तो ये संख्या 6 हो जाएगी. इसके बाद विधायकों की संख्या 117 में 6 से भाग दिया जाएगा. तो 19.5 आएगा. इसमें एक जोड़ देंगे तो 20.5 होगा. इसका मतलब पंजाब में एक राज्यसभा सीट जीतने के लिए 20.5 विधायकों का समर्थन चाहिए.
वोटिंग में हर विधायक को अपनी पसंद बताना होता है. उसकी पहली पसंद और दूसरी पसंद का उम्मीदवार कौन हैं. इस चुनाव में वोट प्राथमिकता के आधार पर दिए जाते हैं. अगर उम्मीदवार को पहली प्राथमिकता का वोट ज्यादा मिलता है तो वो जीत जाता है. अगर ऐसा नहीं होता है तो दूसरी प्राथमिकता के वोटों की गिनती होती है.

किस राज्य में कितनी सीटें-
किसी राज्य से राज्यसभा सदस्यों की संख्या उसकी आबादी से तय होता है. जिस राज्य की जनसंख्या ज्यादा होती है, उस प्रदेश से अधिक राज्यसभा सांसद चुने जाते हैं. सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश से 31 राज्यसभा सीटें निर्धारित की गई हैं. इसके बाद महाराष्ट्र से 19 सीटें आती हैं. पश्चिम बंगाल और बिहार से राज्यसभा की 16-16 सीटें आती हैं. 

ये भी पढ़ें: