
पंजाब में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. कई नदियां उफान पर हैं. बारिश और कई जिलों में बाढ़ के हालात को देखते हुए आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने राज्य भर में तत्काल और बड़े पैमाने पर राहत अभियान शुरू किया है. मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों पर अमल करते हुए आप के मंत्री बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंच रहे हैं ताकि जान-माल की सुरक्षा के प्रयासों में समन्वय और तेजी लाई जा सके. खुद सीएम मान राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं और पल-पल की जानकारी ले रहे हैं.
बाढ़ पीड़ितों की कर रहे मदद
आम आदमी पार्टी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, आप सरकार के मंत्री पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंचकर लोगों को मदद पहुंचा रहे हैं. मुख्यमंत्री भगवंत मान के आदेश पर यह काम तेजी से हो रहा है. राहत कार्य और जान-माल की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है. आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने भी पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से जमीनी स्तर पर राहत कार्य में शामिल होकर लोगों की मदद करने का आग्रह किया.
इतने दिनों तक स्कूल बंद
मुख्यमंत्री मान ने 27 अगस्त से 30 अगस्त 2025 तक सभी सरकारी और निजी स्कूलों, प्राथमिक, माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों को बंद करने की घोषणा की है. भगवंत मान ने एक्स पर कहा, पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है और मौसम विभाग अगले कुछ दिनों में भी भारी बारिश की भविष्यवाणी कर रहा है. ऐसे में स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया गया है.
सीएम मान बाढ़ प्रभावित इलाकों का लेंगे जायजा
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान सुबह गुरदासपुर पहुंचने वाले हैं.आधिकारिक जानकारी के अनुसार, सीएम मान सुबह करीब 9:30 बजे दीनानगर क्षेत्र का दौरा करेंगे और बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेंगे. मुख्यमंत्री खुद मौके पर जाकर राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा करेंगे और प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनेंगे. मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बाढ़ से हुए हर नुकसान के लिए लोगों को पर्याप्त मुआवजा देने की घोषणा की है.
बाढ़ की चेतावनी की जारी
राज्य लगातार हो रही भारी बारिश के बाद की स्थिति से जूझ रहा है, जिसके कारण रावी, ब्यास और सतलुज नदियां उफान पर हैं. बाढ़ ने फाजिल्का, गुरदासपुर, होशियारपुर, कपूरथला और फिरोजपुर के कुछ हिस्सों के कई गांवों को प्रभावित किया है. इस स्थिति से निपटने के लिए पंजाब सरकार ने आपातकालीन संसाधन जुटाए हैं और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और सेना के साथ मिलकर काम कर रही है, जिन्हें अलर्ट पर रखा गया है. फाजिल्का और गुरदासपुर में जिला प्रशासन ने बाढ़ की चेतावनी जारी की है और 20 से ज्यादा संवेदनशील गांवों के निवासियों को घर खाली करने की सलाह दी है. फाजिल्का में अधिकारियों ने जन-संदेश प्रणाली के जरिए महिलाओं, बच्चों और बुज़ुर्गों से सीमावर्ती इलाकों में बनाए गए पांच निर्दिष्ट राहत शिविरों में जाने का आग्रह किया है. उधर, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने राज्य के अधिकांश हिस्सों में लगातार बारिश के पूर्वानुमान के साथ ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
खाने-पीने के सामान से लेकर दवाइयां तक पहुंचाई जा रही
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कई दिनों से लगातार बारिश और रावी दरिया में पानी का तेज बहाव उनकी सबसे बड़ी चिंता बन गया है. बाढ़ के कारण ग्रामीणों की फसलें भी चौपट हो रही हैं, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान का अंदेशा है. कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी में उफनती ब्यास नदी के कारण 20 से ज्यादा गांव जलमग्न हो गए हैं. होशियारपुर के मुकेरियां उपमंडल में भी बढ़ते जलस्तर के कारण भारी नुकसान की खबर है. सरकार का दावा है कि स्थिति पर पूरी तरह नजर रखी जा रही है और प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री जैसे खाने-पीने का सामान,पानी और दवाइयां पहुंचाई जा रही हैं.