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RG Kar Medical College की घटना से दिल्ली के इस अस्पताल ने ली सीख, महिला डॉक्टरों को सिखा रहा है सेल्फ डिफेंस

इस प्रोग्राम का उद्देश्य लगभग 600 महिला चिकित्सा कर्मचारियों को आत्म सुरक्षा की ट्रेनिंग देना है. महिला स्वास्थ्यकर्मियों को अगले सात दिनों में कई तरह की आत्मरक्षा तकनीकों में प्रशिक्षित किया जाएगा.

Shalimar Bagh Hospital Shalimar Bagh Hospital

आरजी कर अस्पताल (RG Kar Medical College and Hospital) में हुए क्रूर दुष्कर्म और हत्या को लेकर कोलकाता की जनता के दिल में आक्रोश है. सड़कों पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और पश्चिम बंगाल में राजनीति तेज हो गई है. पूरे भारत में गुस्सा है और इस बीच मेडिकल स्टाफ, खासकर महिला मेडिकल स्टाफ के मन में चिंता ने घर कर लिया है. 

सरकार और कानून प्रवर्तन एजेंसियां चिकित्सा पेशेवरों को उनकी सुरक्षा का आश्वासन दे रही हैं. हालांकि उनमें से कुछ लोग अपनी लड़ाई लड़ने की तैयारी भी कर रहे हैं. फोर्टिस अस्पताल शालीमार बाग ने दिल्ली पुलिस के परिवर्तन सेल के साथ मिलकर महिला मेडिकल स्टाफ को आवश्यक आत्मरक्षा कौशल से सशक्त बनाने के लिए सात दिवसीय सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया है. 

महिलाओं को सिखाए जाएंगे आत्म रक्षा के गुर
इस प्रोग्राम का उद्देश्य लगभग 600 महिला चिकित्सा कर्मचारियों को आत्म सुरक्षा की ट्रेनिंग देना है. महिला स्वास्थ्यकर्मियों को अगले सात दिनों में कई तरह की आत्मरक्षा तकनीकों में प्रशिक्षित किया जाएगा. इन तकनीकों में घूंसे, कोहनी से वार, डिफेंस, आंखों पर हमला और बालों और हाथों की पकड़ से बचने के तरीके शामिल हैं.

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इसके अलावा प्रशिक्षण में रोजमर्रा की चीजों को हथियार बनाकर इस्तेमाल करना भी सिखाया जाएगा. इससे यह सुनिश्चित होगा कि प्रतिभागी किसी भी स्थिति में खुद का बचाव करने के लिए तैयार हैं. फोर्टिस अस्पताल की डॉ. बरखा यादव कहती हैं कि वह अस्पताल में सुरक्षित महसूस करती हैं. और हॉस्पिटल से घर तक पहुंचने के दौरान भी अस्पताल सुरक्षा सुनिश्चित करता है. लेकिन आरजी कर की घटना के बाद माता-पिता घर लौटते समय चिंता जताने लगे हैं और अकसर सफर के दौरान लाइव लोकेशन मांगते हैं. 

अन्य हॉस्पिटल स्टाफ को भी ट्रेनिंग
इस सप्ताह के दौरान गैर-चिकित्सकीय महिला कर्मचारी भी प्रशिक्षण का हिस्सा हैं. हॉस्पिटल के एडमिनिस्ट्रेशन में काम करने वाली पूजा कहती हैं कि वह अस्पताल में सुरक्षित महसूस करती हैं क्योंकि अस्पताल प्रशासन ने सुरक्षा संबंधी चिंताओं को दूर कर दिया है. लेकिन महिला सुरक्षा उनके लिए चिंता का विषय रही है. 

आत्मरक्षा प्रशिक्षण ले रही अस्पताल की महिला स्टाफ में किसी भी खतरे के खिलाफ आत्मविश्वास की भावना है. नर्सिंग स्टाफ ममता भाटिया का कहना है कि अब उनमें आत्मविश्वास है. वह अपनी बेटियों को भी आत्मरक्षा के गुर सिखाएंगी. नर्सिंग और मेडिकल स्टाफ आत्मरक्षा प्रशिक्षण की इस पहल में खुशी-खुशी भाग ले रहे हैं और किसी भी खतरे से खुद को बचाने के कौशल सीख रहे हैं.

दिल्ली पुलिस की अगुवाई में हो रही ट्रेनिंग
दिल्ली पुलिस की कांस्टेबल पूनम किसी भी स्थिति में खतरे को बेअसर करने के लिए मेडिकल स्टाफ को तैयार कर रही हैं. पूनम का कहना है कि कुछ बुनियादी हथकंडे जिन्हें महिलाओं को मुश्किलों में किसी भी खतरे को बेअसर करने के लिए सीखने की जरूरत है. वह कहती हैं, "आज के समय में हर लड़की और महिला के लिए सेल्फ डिफेंस सीखना बहुत जरूरी है. यह ट्रेनिंग हमारी महिला कर्मचारियों को महत्वपूर्ण सेल्फ डिफेंस सिखाएगी. इससे यह सुनिश्चित होगा कि वे खुद की रक्षा करने के लिए पूरी तरह से तैयार और आश्वस्त हैं." 

इस बीच फोर्टिस अस्पताल की प्रशासनिक अधिकारी ‌सुभद्रा ने कहा कि हॉस्पिटल ने अपनी महिला कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की है. लेकिन अब समय है कि वे सेल्फ डिफेंस भी सीख लें.