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Shweta K Sugathan: मिलिए आईपीएस अधिकारी श्वेता के. सुगतन से, जो गणतंत्र दिवस पर दिल्ली पुलिस महिला टुकड़ी को करेंगी लीड

गणतंत्र दिवस परेड के इतिहास में पहली बार दिल्ली पुलिस की टुकड़ी में सभी महिला अधिकारी होंगी. दिल्ली पुलिस की महिला टुकड़ी लैंगिक समानता और महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए 26 जनवरी को परेड के दौरान कर्तव्य पथ पर मार्च करेगी.

Republic Day Republic Day

दिल्ली में इस बार गणतंत्र दिवस (Republic Day) का कार्यक्रम और भी दिलचस्प होने वाला है. इस बार कार्यक्रम में दिल्ली पुलिस की ओर से परेड में सिर्फ महिला पुलिसकर्मी ही शामिल होंगी. इस मार्चिंग टुकड़ी में कुल 194 महिला हेड कॉन्स्टेबल और महिला कॉन्स्टेबल होंगी. इसका नेतृत्व जिस महिला IPS के हाथों में है उनका नाम श्वेता सुगतन है. यह फैसला विशेषतौर पर महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए लिया गया है.

एक रिपोर्ट के अनुसार इस साल गणतंत्र दिवस परेड में 80 प्रतिशत पार्टिसिपेशन पूर्वोतर राज्यों से है. विशेष पुलिस आयुक्त (सशस्त्र इकाई) रॉबिन हिबू ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि पुलिस बल में महिलाओं और पुरुषों के बीच अंतर को पाटने और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं के कौशल को प्रदर्शित करने के लिए ऐसा किया जाएगा.

कौन हैं श्वेता के. सुगतन? 
श्वेता सुगतन साल 2019 बैच AGMUT कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं. श्वेता के सुगतन को पिछले साल अक्टूबर में दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त डीसीपी-द्वितीय उत्तरी जिले के रूप में नियुक्त किया गया था. इससे पहले, वह चाणक्यपुरी में सहायक पुलिस आयुक्त थीं. सुगातन मूल रूप से केरल की रहने वाली हैं. 

सुगतन, किरण बेदी के बाद किसी दल का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी हैं. उन्होंने 2015 में टेक में स्नातक की पढ़ाई की. सुगतन ने 2015 में टेक में ग्रेजुएशन किया. फिर 2019 में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा के लिए दिल्ली आईं. उन्होंने 2019 में चाणक्यपुरी में सहायक पुलिस आयुक्त के रूप में भी काम किया था. सुगतन ने पिछले साल गणतंत्र दिवस में भी दिल्ली पुलिस की टुकड़ी (पुरुष और महिला अधिकारियों दोनों) का नेतृत्व किया था.

यह ऐतिहासिक क्यों है?
दिल्ली पुलिस ने 1955 में पहली बार कर्तव्य पथ पर मार्च किया, जिसे पहले राजपथ के नाम से जाना जाता था. 1975 में, किरण बेदी ने पहली महिला के रूप में कमान संभाली और फिर लगभग पांच दशक बाद सुगतन की बारी आई, जिन्होंने 144 सैनिकों का नेतृत्व किया. 1955 से अब तक दिल्ली पुलिस को 26 जनवरी की परेड में 40 बार सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दल का पुरस्कार मिल चुका है.

एक अधिकारी ने बताया कि भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की अधिकारी श्वेता के. सुगतन बल की 194 महिला हेड कांस्टेबलों और कांस्टेबलों की मार्चिंग टुकड़ी का नेतृत्व करेंगी. विशेष पुलिस आयुक्त (सशस्त्र पुलिस) रॉबिन हिबू के अनुसार, दल के सभी सदस्य इस वर्ष पहली बार परेड में भाग लेंगे और सभी बहुत उत्साहित हैं. हिबू ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने इस साल अपनी उपलब्धि में एक और उपलब्धि जोड़ी है क्योंकि महिलाओं के पाइप बैंड का नेतृत्व एक महिला अधिकारी-कांस्टेबल रुयांगुनुओ केन्से करेंगी. पिछले साल, परेड में एक महिला-समर्पित पाइप बैंड को शामिल किया गया था, लेकिन इसका नेतृत्व एक पुरुष निरीक्षक, राजेंद्र सिंह ने किया था.