Air India Plane Crash
Air India Plane Crash अहमदाबाद के पास हुए प्लेन क्रैश ने पूरे देश को दहला दिया है. इस हादसे में 200 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई है. पीड़ितों के परिवार अपनों की पहचान भी नहीं कर पा रहे हैं. इस मुश्किल घड़ी में हर कोई बस यह प्रार्थना कर रहा है कि जिन्होंने अपनों को खोया है ईश्वर उन्हें सब्र दे. प्लेन में सवार 242 लोगों में से सिर्फ एक इंसान की जिंदगी बच पाई है. इसके अलावा, एक और यात्री हैं जो इस हादसे से बाल-बाल बचीं क्योंकि उनकी फ्लाइट मिस हो गई थी.
रिपब्लिक टीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, भूमि चौहान को अहमदाबाद से उड़ान भरनी थी, लेकिन वह कुछ मिनटों की देरी से एयरपोर्ट पहुंचीं क्योंकि वह ट्रैफिक में फंस गई थीं. चौहान ने बताया कि उन्होंने फ्लाइट सिर्फ 10 मिनट से मिस की और वह “अभी भी कांप रही हैं” यह सोचकर कि वह कितनी किस्मत वाली रहीं.
उन्होंने कहा, “मैं जान गंवाने वालों के बारे में सुनकर पूरी तरह से टूट गई हूं. मेरा शरीर सचमुच कांप रहा है. मैं बोल नहीं पा रही हूं. यह सब सुनने के बाद मेरा दिमाग पूरी तरह से सुन्न हो गया है.”
‘गणपति बप्पा ने बचा लिया’
चौहान ने आगे बताया कि जब उनकी फ्लाइट मिस हो गई तो वह दोपहर करीब 1:30 बजे सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से निकल गई थीं. लंदन जाने वाली एयर इंडिया की यह फ्लाइट दोपहर करीब 1:38 बजे रवाना हुई और उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गई. उन्होंने कहा, “मेरा दिमाग पूरी तरह से सुन्न हो गया है. मैं भगवान की शुक्रगुज़ार हूं. मेरे गणपति बप्पा ने मुझे बचा लिया.”
दो साल बाद आई थीं भारत
भूमि चौहान को अकेले लंदन लौटना था. वह दो साल बाद छुट्टियों पर भारत आई थीं और लंदन में अपने पति के साथ रहती हैं. उन्होंने कहा, “सिर्फ उन दस मिनटों की वजह से मैं फ्लाइट नहीं पकड़ सकी. मैं इसे कैसे बयां करूं, समझ नहीं पा रही.”
गुरुवार दोपहर को हुआ यह हादसा बोइंग कंपनी के 787 ड्रीमलाइनर विमान के साथ हुई अब तक की सबसे गंभीर दुर्घटनाओं में से एक है. यह विमान महज़ 12 साल पुराना था और कुछ घंटे पहले ही दिल्ली से आया था.
टेकऑफ के कुछ ही समय बाद विमान ने तेज़ी से नीचे गिरना शुरू किया और एक रिहायशी इलाके में ज़ोरदार धमाके के साथ आग के गोले में बदल गया. फ्लाइटराडार24 के डेटा के अनुसार, विमान 625 फीट की ऊंचाई तक पहुंचा था, फिर अचानक ज़मीन की ओर गिर पड़ा.