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दो भाई मिलकर लोगों को मुफ्त में दे रहे लाइफ सेविंग तकनीक की ट्रेनिंग... दुर्घटनाओं और आपदाओं में बचने के सिखा रहे गुर, कई लोगों की बचा चुके जान

उत्तराखंड अक्सर आपदा आती रहती है, जिसमें कई लोगों की जान चली जाती है. हालांकि, अगर लोगों को खुद को बचाने की टेक्निक पता हो तो वे अपनी जान बचा सकते हैं. इसे ही सिखाने के लिए दो भाई फ्री में इसकी ट्रेनिंग दे रहे हैं. तरुण मेहरा और राज मेहरा नाम के ये दो भाई फ्री में लोगों को दुर्घटनाओं से बचने की तकनीक सिखा रहे हैं.

दो भाई फ्री में दे रहे ट्रेनिंग दो भाई फ्री में दे रहे ट्रेनिंग
हाइलाइट्स
  • 2 भाई मिलकर फैला रहे लोगों में जागरूकता

  • पेड़ पौधे के औषधीय गुणों से अवगत करवा रहे हैं राज मेहरा

पहाड़ी क्षेत्रों में अक्सर आपदाओं या दुर्घटनाओं के कारण कई लोगों की जान चली जाती है. लेकिन ज्यादातर लोग अपनी जान इसलिए खो देते हैं क्योंकि वह खुद को बचाना नहीं जानते. अगर सही समय पर लोग खुद को रेस्क्यू कर लें तो शायद उनकी जान बच सकती है.

उत्तराखंड के चौकोरी क्षेत्र में दो भाई इसी का प्रशिक्षण दे रहे हैं. एक भाई यह बता रहा है कि दुर्घटनाओं के दौरान किस तकनीक का इस्तेमाल करके बचा जा सकता है, तो दूसरा भाई यह बता रहा है कि प्रकृति के साथ रहकर प्रकृति को अपना डॉक्टर कैसे बनाएं. 

2 भाई मिलकर फैला रहे लोगों में जागरूकता 

तरुण मेहरा और राज मेहरा नाम के दोनों भाई निशुल्क रूप से लोगों में जागरूकता फैलाने की मुहिम चला रहे हैं. तरुण मेहरा लोगों को दुर्घटनाओं से कैसे बचा जाए इसकी ट्रेनिंग देते हैं. इसके तहत वह गियर टेक्निक क्लाइंबिंग से लेकर रिवर क्रॉसिंग बाय रोप और रोप फिक्सिंग जैसे कई अन्य तकनीक सिखाकर लोगों को ट्रेनिंग दे रहे हैं. 

तरुण मेहरा बताते हैं कि इस ट्रेनिंग की शुरुआत उन्होंने 8 साल पहले की थी. लेकिन उत्तराखंड की त्रासदी के बाद वे लोगों के घर और स्कूलों में जाकर इसे सिखाने लग गए. क्योंकि उन्हें लगा कि यदि ऐसे समय पर लोगों को तकनीक सिखाई जाए तो उनकी जान बचाई जा सकती है. बस इसीलिए वे बच्चों से लेकर बड़ों तक को यह तकनीक सिखाते हैं.

इसके साथ, तरुण कहते हैं, “ऐसा कई बार हुआ है दुर्घटनाओं के बाद लोग मुझे फोन करके कहते हैं कि ट्रेनिंग में सिखाई गई तकनीक के कारण ही आज दुर्घटना से बचने के लिए. यही मेरी सबसे बड़ी फीस है.”

पेड़ पौधे के औषधीय गुणों से अवगत करवा रहे हैं राज मेहरा

उसी तरह से तरुण के बड़े भाई राज मेहरा पेड़ पौधे के औषधीय गुणों से अवगत करवा रहे हैं. वे बताते हैं कि लोगों को आसपास के पेड़ पौधों के औषधीय गुणों के बारे में कोई जानकारी नहीं होती है. इसीलिए भी लोगों को बताते हैं कि तबीयत खराब होने पर या फिर दुर्घटना में चोट लगने पर कौन से पौधे की पत्ती का इस्तेमाल करना चाहिए. वे भी यह काम निशुल्क में कर रहे हैं.

तरुण और अजय की इस मुहिम में उनके साथ कई लोग जुड़े हुए हैं. उन सबका यह मानना है कि पहाड़ों पर इस तरह की जागरूकता फैलाना बहुत आवश्यक है और बहुत कम ऐसे लोग हैं जो निस्वार्थ भाव से यह सिखा रहे हैं.