
केंद्र सरकार ने देश में बढ़ते सड़क हादसों को देखते हुए एक बड़ा कदम उठाया है. अब से टू व्हीलर खरीदने पर दो आईएसआई सर्टिफाइड हेलमेट देना अनिवार्य कर दिया गया है. इस पॉलिसी का ऐलान केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में एक ऑटो समिट में किया. इस कदम का उद्देश्य न केवल राइडर बल्कि पीछे बैठने वाले व्यक्ति की भी सुरक्षा सुनिश्चित करना है और हेलमेट पहनने वाली संस्कृति को बढ़ावा देना है.
सरकार का क्या है उद्देश्य
नितिन गडकरी ने कहा, इस नियम से हजारों जानें बचाई जा सकती हैं. टू व्हीलर मैन्युफैक्चरर्स असोसिएशन (THMA) ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. संगठन का मानना है कि इस नियम से हजारों जानें बचाई जा सकती हैं. भारत में सड़क दुर्घटना की संख्या दुनिया में सबसे ज्यादा है. हर साल लगभग 500000 सड़क हादसे होते हैं. इनमें से 190000 से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है. इन दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा प्रभावित 18 से 45 साल के युवा होते हैं, जो देश की कामकाजी आबादी का बड़ा हिस्सा हैं.
सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े
यदि दो पहिया वाहनों की बात करें तो हर साल करीब 69,000 बाइक राइडर्स की मौत होती है, जिनमें से लगभग आधे हेलमेट नहीं पहनने की वजह से जान गंवा देते हैं. सड़क दुर्घटनाओं के गंभीर हालात को देखते हुए सरकार ने ये नियम लागू किया है ताकि हेलमेट पहनने को सिर्फ एक नियम नहीं बल्कि एक आदत बनाया जा सके. ये नया नियम हेलमेट पहनने को सिर्फ एक कानून तक सीमित नहीं रखेगा, बल्कि लोगों की मानसिकता में भी बदलाव लाने का काम करेगा.
लोगों ने क्या दी प्रतिक्रिया
एक स्थानीय निवासी ने कहा, सरकार ने सही किया है. दो हेलमेट की सुरक्षा हमारे लिए है, अपने लिए तो है ही नहीं. एक अन्य व्यक्ति ने कहा, ये बहुत अच्छा कदम है और सराहनीय कदम है. हेलमेट तो बहुत जरूरी है और ऊपर से आईएसआई वाला तो बहुत बढ़िया है. उन्होंने आगे कहा, नितिन गडकरी जी ने जो सोचा है और ये सबसे बढ़िया ये मंत्री रहे हैं, मेरे हिसाब से इनसे बढ़िया कोई है ही नहीं.
आईएसआई हेलमेट की गुणवत्ता
एक अन्य व्यक्ति ने कहा, आईएसआई का जो हेलमेट है वो बहुत ही बढ़िया हेलमेट होता है क्योंकि हम जो दुकान पे जाते हैं वही हेलमेट खरीदते हैं क्योंकि लोकल है वो पहन के खाली पुलिसवालों को धोखा थोड़ी देना है. वो तो अपनी ज़िन्दगी से खेलने वाली बात हो गई. उन्होंने आगे कहा, आईएसआई का जो मिलेगा वो बहुत बढ़िया है, बहुत अच्छा रहेगा वो.
सरकार की उम्मीदें
सरकार को उम्मीदें हैं कि आने वाले समय में ये नियम भारत की सड़कों को और सुरक्षित बनाने में मदद करेंगे और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाएगा. इस कदम से ना केवल राइडर बल्कि पीछे बैठने वाले व्यक्ति की भी सुरक्षा सुनिश्चित होगी और हेलमेट पहनने वाली संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा.