
कांग्रेस आला कमान के कुछ फैसलों से उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बेहद नाराज हैं. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस आला कमान जिस तरह से प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को बिना विश्वास में लिए प्रदेश में नियुक्तियां कर रहा है. उससे प्रदेश अध्यक्ष बेहद नाराज हैं.
बेहद नाराज हैं अजय राय-
ताजा मामला मनोज यादव की नियुक्ति का है. कांग्रेस के ओबीसी विभाग के प्रभारी मनोज यादव को प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और कांग्रेस के यूपी प्रभारी अविनाश पांडे ने 27 फरवरी को पद से हटा दिया था और बाकायदा इसकी चिट्ठी भी जारी की थी. लेकिन आला कमान ने 31 मई को दोबारा इस ओबीसी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष के तौर पर, बिना प्रदेश अध्यक्ष को बताए मनोज यादव की फिर से उसी पद पर नियुक्ति कर दी. इससे अजय राय बेहद खफा हैं. यही नहीं, उत्तर प्रदेश में कई जिलाध्यक्षों के लिए चल रहे बातचीत में भी प्रदेश अध्यक्ष से कोई राय नहीं ली जा रही.
मनोज यादव की दोबारा से इस पद पर की गई नियुक्ति को प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के लिए संदेश भी माना जा रहा है. यानी मनोज यादव आला कमान की पसंद है और आला कमान के फैसलों पर सवाल उठाने वालों को दोबारा सोचना होगा.
अजय राय के इस्तीफे की चर्चा-
मनोज यादव की ओबीसी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति से अजय राय बेहद खफा है और सूत्रों की माने तो आला कमान से दो दो हाथ करने को तैयार हैं.
सूत्रों की मानें तो अजय राय को लगता है कि जिला अध्यक्षों की नियुक्ति में भी उनकी नहीं चल रही है. ऐसे में मनोज यादव की नियुक्ति के मुद्दे पर तो अजय राय आला कमान से भिड़ने तक को तैयार हैं. चर्चा उनके इस्तीफे तक की हो रही है. लेकिन अजय राय ने इस्तीफा देने की बात का खंडन किया है.
कांग्रेस के ओबीसी प्रकोष्ठ के यूपी चेयरमैन मनोज यादव को लेकर पार्टी में घमासान मचा हुआ है. कांग्रेस अध्यक्ष ने 27 फरवरी को इन्हें पद से हटा दिया था. लेकिन 31 मई को आला कमान ने दोबारा इन्हें ओबीसी कमेटी का अध्यक्ष बना दिया.
कांग्रेस में बड़े फेरबदल की चर्चा-
कांग्रेस पार्टी के भीतर एक बड़े फेरबदल की तैयारी की चर्चा भी है, क्योंकि फिलहाल जो प्रदेश का नेतृत्व है, वह राहुल गांधी के दलित और ओबीसी के फार्मूले में फिट नहीं हो रहा है. अभी कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ब्राह्मण, कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा भी ब्राह्मण हैं और प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भूमिहार बिरादरी से आते हैं. ऐसे में तीनों बड़े हम पदों पर कोई भी ना तो दलित और ना ही पिछड़ा चेहरा मौजूद है. इसलिए बहुत तेज चर्चा इस बात की है कि जल्द ही प्रदेश कांग्रेस में बड़ा फेरबदल होगा. जिसमें राहुल गांधी के फार्मूले के मुताबिक दलित, ओबीसी और मुस्लिम चेहरे उच्च पदों पर दिखाई दे सकते हैं.
अजय राय को भी लड़ने-भिड़ने वाला कांग्रेस का जुझारू प्रदेश अध्यक्ष माना जाता है. इसलिए प्रदेश अध्यक्ष रहते आला कमान अपने फैसले लेगा और अजय राय इसे मान लेंगे, इसकी उम्मीद कम है. इसलिए टकराव की स्थिति आला कमान और अजय राय के बीच बनती दिखाई दे रही है.
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