Heat Wave
Heat Wave उत्तर प्रदेश में प्रचंड गर्मी पड़ रही है. लोगों को इससे राहत मिलती नहीं दिख रही है. मौसम विभाग की माने तो आने वाले दिनों में भी गर्मी कम होने के आसार नहीं हैं. 5 दिनों तक तापमान कम नहीं होगा और इसके साथ उमस भी बढ़ेगी. विभाग की तरफ से रेड अलर्ट जारी किया गया है.
5 दिन तक कहर बरपाएगी गर्मी-
मौसम विभाग के मुताबिक अभी उत्तर प्रदेश में गर्मी से राहत नहीं मिलेगी. आने वाले दिनों में गर्मी और बढ़ेगी. मौसम विभाग के वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश ने बताया कि तापमान अभी काफी ज्यादा रहेगा.बुंदेलखंड रीजन और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हीट वेव का असर अगले 5 दिन तक दिखाई देगा. इसके लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है.
पूर्वी यूपी में ऐलो अलर्ट-
मौसम विभाग के मुताबिक पूर्वी उत्तर प्रदेश में ह्यूमिडिटी फैक्टर बढ़ गया है, क्योंकि पूर्वी हवाओं का आगमन बंगाल की खाड़ी से हो रहा है. इससे तापमान में कमी तो पूर्वी उत्तर प्रदेश में है, लेकिन उमस बढ़ गई है. इसके चलते पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले दो दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. इसके साथ ही उसके अगले तीन दिनों के बाद ऑरेंज अलर्ट की स्थिति बनी हुई है. मौसम प्रभारी मोहम्मद दानिश ने बताया कि आने वाले समय में हीट वेव का असर और बढ़ेगा.
यूपी में कब दस्तक देगा मानसून-
मौसम विभाग के मुताबिक मानसून सबसे पहले केरल में आता है और अनुमान है कि वह 30 मई को वहां दस्तक देगा. उसके बाद ही हम प्रदेश में मॉनिटर कर पाते हैं कि मानसून की क्या स्थिति बन रही है और कब तक दस्तक दे सकता है. लेकिन 20 जून तक मानसून प्रदेश में दस्तक दे सकता है. लेकिन केरल में मानसून के दस्तक के बाद ही उत्तर प्रदेश में मौसम विभाग सही मॉनिटर कर पाएगा. फिलहाल गर्मी से अगले 5 दिनों तक कोई राहत नहीं दिखाई पड़ रही है.
क्या है रेड अलर्ट और ऐलो अलर्ट-
भारत में हीट वेव को तीन कैटेगरी में बांटा गया है. इसमें ऐलो अलर्ट, ऑरेंज अलर्ट और रेड शामिल है. किसी क्षेत्र का तापमान सामान्य से 4.5 से 6.4 डिग्री ज्यादा है तो हीट वेव की कैटेगरी में आता है. ऐलो अलर्ट का मकसद लोगों को अलर्ट करना होता है. लोगों को मौसम खराब होने को लेकर तैयार रहने की जानकारी दी जाती है. मौसम के खराब हो जाने पर ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है. इसका मतलब है कि सावधानी से घर से बाहर निकलें. जबकि रेड अलर्ट में मौसम ज्यादा खराब होता है. इससे नुकसान की संभावना होती है. इस स्थिति में लोगों को जान-माल का नुकसान हो सकता है.
(लखनऊ से सत्यम मिश्रा की रिपोर्ट)
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