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Religious Conversion: अमरीना बनी राधिका... ताकि अपने हिंदू प्रेमी से कर सके शादी, कहा अब तीन तलाक का डर नहीं

उत्तर प्रदेश में बरेली में एक मुस्लिम लड़की ने अपने हिंदू प्रेमी से शादी करने के लिए अपना धर्म परिवर्तन कर लिया और हिंदू धर्म को अपनाकर सात फेरे लिए हैं.

Representational Image (Photo: Unsplash) Representational Image (Photo: Unsplash)
हाइलाइट्स
  • मिस कॉल से शुरू हुआ मोहब्बत का सफर

  • पंडित केके शंखधार ने करवाई शादी

बिजनौर की रहने वाली 21 वर्षीय अमरीना ने बरेली में आकर सनातन धर्म अपनाकर हिंदू रीति रिवाज के साथ शादी कर ली. और अब अमरीना राधिका बन चुकी हैं. अमरीना ने मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाया. और अपने प्रेमी पप्पू कोरी के साथ बरेली के अगस्त्यमुनि आश्रम मंदिर में शादी कर ली. पप्पू बरेली से सटे रामपुर का रहने वाला है. 

पंडित केके शंखधार ने करवाई शादी
बरेली स्थित अगस्त मुनी आश्रम के आचार्य पंडित केके शंखधार ने रात में दोनों की हिंदू रीति रिवाज से मंदिर में शादी कराई है. बता दें कि इससे पहले ये पंडित 64 मुस्लिम लड़कियों की शादी हिंदू लड़कों से करा चुके हैं. और इसी कारण पहले भी चर्चा में आए थे. हालांकि, हिंदू-मुस्लिम शादी कराने को लेकर केके पंडित को लगातार धमकियां मिल रही हैं. 

मिस कॉल से शुरू हुआ मोहब्बत का सफर
राधिका ने बताया कि वह बिजनौर जिले के सादात कोतवाली क्षेत्र के कुलारकी की रहने वाली हैं. उनका कहना है कि वह बालिग है. उनके आधार कार्ड में जन्म तारीख 9 अगस्त 2000 है. राधिका ने कहा कि अक्टूबर 2020 को उनके मोबाइल पर एक अनजान युवक की कॉल आई. बाद में जब कॉल बैक किया तो वह कॉल पप्पू ने उठाई. 

पप्पू ने बताया कि गलती से कॉल लग गई थी. एक मिस्ड कॉल से शुरू हुई दोस्ती दोनों के बीच प्यार में बदल गई, और एक मिस कॉल से मोहब्बत का जो सफर शुरू हुआ वह अब शादी तक जा पहुंचा. 

परिवार से मिल रही है लगातार धमकी
अमरीना बनी राधिक ने बताया कि उनको परिवार वाले लगातार  धमकी दे रहे थे. लेकिन उन्होंने प्यार और अपने प्रेमी की खातिर अपना घर, धर्म और परिवार छोड़ दिया. धर्म परिवर्तन के बाद अब वह हमेशा हिंदू बनकर रहेंगी. विवाह समारोह के दौरान राधिका ने बताया कि हिंदुओं में तीन तलाक नहीं दिया जाता. 

मुस्लिम समाज में अक्सर लड़कियों को तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया जाता है. राधिका ने एक घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उनके पड़ोस के रहने वाली एक युवती का निकाह पांच साल पहले हुआ था. उसके पति ने उसे मार पीटकर तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया.  

विवाह से पहले कराया गया शुद्धिकरण
मणिनाथ स्थित अगस्त मुनी आश्रम में अमरीना ने अपना नाम बदलकर राधिका रख लिया है. मंदिर के पंडित आचार्य केके शंखधार ने बताया कि विवाह से पहले गंगाजल से शुद्विकरण कराया गया. उसके बाद अमरीना उर्फ राधिका की शादी रामपुर के शाहबाद निवासी पप्पू कोरी से कराई गई.

प्रदेश मे बरेली इस समय धर्म परिवर्तन को लेकर खुब चर्चाओं में है. इसी माह में अमरीना उर्फ राधिका का हिंदू लड़के से शादी करने का यह तीसरा मामला है और  इससे पहले 30 नवंबर को शहनाज उर्फ सुमन ने धर्म परविर्तन कर अपने प्रेमी अजय से मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से शादी की थी. 

(कृष्ण गोपाल राज की रिपोर्ट)