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25वें नौसेना प्रमुख ने संभाला कार्यभार, जानें कौन हैं वाइस एडमिरल आर हरि कुमार

12 अप्रैल, 1962 को जन्मे वाइस एडमिरल आर हरि कुमार ने दिसंबर 1981 में जे-स्क्वाड्रन, 61 कोर्स नेशनल डिफेंस एकेडमी से ग्रेजुएशन किया. उन्हें 1 जनवरी, 1983 को नौसेना की कार्यकारी शाखा में शामिल किया गया था. लगभग 39 वर्षों के अपने करियर के दौरान, उन्होंने विभिन्न कमांड, स्टाफ और निर्देशात्मक नियुक्तियों में काम किया है. 

हाइलाइट्स
  • 1 जनवरी, 1983 को नौसेना की कार्यकारी शाखा में हुए शामिल

  • यूएस और यूके से की है पढ़ाई 

  • नौसेना युद्ध कॉलेज के कमांडेंट के रूप में नियुक्त होने वाले पहले फ्लैग ऑफिसर

  • आईएनएस विराट की भी संभाली है कमान

वाइस एडमिरल आर हरि कुमार ने नए नौसेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाल लिया है. हर‍ि कुमार एडमिरल करमबीर सिंह का स्थान लेंगे, जो मौजूदा भारतीय नौसेना प्रमुख हैं. आर हरि कुमार भारत के 25वें नौसेना प्रमुख हैं. हर‍ि कुमार को मंगलवार को दिल्ली में साउथ ब्लॉक के लॉन में गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया. इस मौके पर कुमार ने कहा, "नौसेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है. भारतीय नौसेना का ध्यान राष्ट्रीय सुरक्षा और समुद्री चुनौतियों पर होगा. मेरे से पहले के प्रमुखों ने नौसेना का मार्गदर्शन किया है और मैं भी उनकी उपलब्धियों को आगे बढ़ाने की कोशिश करूंगा."

1 जनवरी, 1983 को नौसेना की कार्यकारी शाखा में हुए शामिल

12 अप्रैल, 1962 को जन्मे वाइस एडमिरल आर हरि कुमार ने दिसंबर 1981 में जे-स्क्वाड्रन, 61 कोर्स नेशनल डिफेंस एकेडमी से ग्रेजुएशन किया. उन्हें 1 जनवरी, 1983 को नौसेना की कार्यकारी शाखा में शामिल किया गया था. लगभग 39 वर्षों के अपने करियर के दौरान, उन्होंने विभिन्न कमांड, स्टाफ और निर्देशात्मक नियुक्तियों में काम किया है. 

यूएस और यूके से की है पढ़ाई 

वाइस एडमिरल आर हरि कुमार ने यूएस में नेवल वॉर कॉलेज, मध्य प्रदेश में आर्मी वॉर कॉलेज और यूके में रॉयल कॉलेज ऑफ डिफेंस स्टडीज से कोर्स किया है. वाइस एडमिरल आर. हरि कुमार को परम विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया जा चुका है.

नौसेना युद्ध कॉलेज के कमांडेंट के रूप में नियुक्त होने वाले पहले फ्लैग ऑफिसर

 एडमिरल आर हरि कुमार पहले पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (एफओसी-इन-सी) थे. वह आईएनएस विक्रमादित्य की फॉरेन कमिटी के प्रमुख थे और गोवा में नौसेना युद्ध कॉलेज के कमांडेंट के रूप में नियुक्त होने वाले पहले फ्लैग ऑफिसर थे. उन्होंने मुंबई में अधिकारियों और नाविकों के लिए हाउसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

आईएनएस विराट की भी संभाली है कमान 

वाइस एडमिरल कुमार की समुद्री कमान में तटरक्षक पोत सी-01, आईएनएस निशंक, मिसाइल कार्वेट, आईएनएस कोरा और गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस रणवीर शामिल हैं. उन्होंने विमानवाहक पोत आईएनएस विराट की कमान भी संभाली है. उन्होंने पश्चिमी बेड़े के बेड़े संचालन अधिकारी के रूप में भी अपनी सेवा दी है.