
बिहार में मतदाता सूची विशेष पुनरीक्षण अभियान (Special Intensive Revision) यानी एसआईआर (SIR) के चल रहे कार्यों ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. समस्तीपुर से आई ग्राउंड रिपोर्ट के मुताबिक अधिकतर जगहों पर डोर टू डोर बीएलओ या तो नही जा रहे या नही गए हैं. इतना ही नही बीएलओ के द्वारा जो फ्रॉम जमा किए जा रहे हैं, वो आधे-अधूरे भरे हुए हैं. ऐसे में वोटरों में उहापोह की स्थिति बनी हुई है. खासकर, मुस्लिम बहुल इलाकों के मतदाताओं को वोटर लिस्ट से नाम कटने का डर सता रहा है.
... तो दोबारा प्रमाण पत्र जमा करने का मिलेगा मौका
हालांकि इस बीच एक अच्छी बात यह भी सामने आई है कि जिन वोटरों का फॉर्म सफलतापूर्वक अपलोड हो रहा है, उन्हें चुनाव आयोग के द्वारा मोबाइल पर मैसेज (SMS) भेज कर जानकारियां दी जा रही हैं. सदर एसडीओ दिलीप कुमार ने बताया कि समस्तीपुर में चुनाव आयोग के नियमों का पालन करते हुए फॉर्म जमा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बीएलओ के डोर टू डोर जाकर फॉर्म नहीं देने और जमा नहीं लेने के शिकायत की जांच करवा ली जाएगी. जिनका वैलिड डॉक्यूमेंट के बिना फॉर्म जमा हुआ होगा उनको प्रमाण पत्र जमा करने का दोबारा मौका दिया जाएगा.
दिखी खामियां
बता दें कि फॉर्म जमा होने के बाद समस्तीपुर जिले के कर्पूरी सभागार में अपलोड करने की प्रक्रिया चल रही है. हमारे जीएनटी के संवाददाता ने जब वहां जाकर जायजा लिया तो ये बातें सामने आईं की ऐसे कई फॉर्म जमा हुए हैं जिसमें सिर्फ नाम और जन्मतिथि के अलावा कुछ नहीं भरा गया है. कुछ फॉर्म तो ऐसे भी थे जिसमें अपनी संगनी का नाम तक नहीं लिखा हुआ था. यही नहीं कुछ वोटरों ने तो बिना वैलिड डॉक्यूमेंट्स और बिना फोटो चिपकाए ही फॉर्म भरकर जमा कर दिए हैं.
क्यों सता रहा नाम कटने का डर
समस्तीपुर जिले के वारिसनगर विधानसभा क्षेत्र स्थित नागरबस्ती एक मुस्लिम बहुल इलाका है. वहां के वोटरों से बीएलओ के द्वारा डोर टू डोर फॉर्म देने और जमा लेने की जब जानकारी ली गई तो ये बात सामने आई की बीएलओ डोर टू डोर आए ही नहीं हैं. इनलोगों को फॉर्म किसी अन्य माध्यमों से मिला है वो भी पूरे परिवार का नहीं मिला. किसी घर में महिला वोटर का फॉर्म नहीं मिला है तो किसी घर मे पुत्र का ही फॉर्म मिल पाया है. इसके अलावा फॉर्म कैसे भरना है, क्या डॉक्यूमेंट्स देना है, इसकी भी जानकारी कई वोटरों को नहीं होने की वजह से आधा अधूरा फॉर्म ही भर कर जमा कर दिया गया है. कुछ ऐसे भी लोग मिले जो फॉर्म भरकर रखें हुए हैं लेकिन बीएलओ लेने नहीं आए हैं. इस सब चीजों से मुस्लिम वोटरों के बीच मतदाता सूची से नाम कट जाने का डर सताने लगा है. बरहाल इसी इलाके के कुछ वोटरों को मैसेज (SMS) के माध्यम से फॉर्म सफलतापूर्वक अपलोड हों जाने की जानकारी चुनाव आयोग के द्वारा दी भी जा रही है.
क्या बोले सदर एसडीओ दिलीप कुमार
सदर एसडीओ दिलीप कुमार से जब हमने मतदाता सूची विशेष पुनरीक्षण अभियान कार्य को लेकर सवाल किया तो उन्होंने बताया कि इस कार्य से एक तरह से वोटरों का सत्यापन किया जा रहा है. इस कार्य में सभी लोगों का सकारात्मक सहयोग मिल रहा है. जिसका नतीजा है कि कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र के 86% के आसपास वोटरों से फॉर्म लेकर सत्यापन कर अपलोड कर दिया गया है. यह कार्य एक दम पारदर्शिता के साथ किया जा रहा है. इसमें जिन लोगों की मृत्यु हो गई है या दूसरे जगह चले गए हैं या दो-दो जगह वोटर लिस्ट में नाम है. सभी का सत्यापन किया जा रहा है. इसके साथ ही सभी राजनीतिक दलों के साथ बैठक करके उनके साथ खुले परिवेश में सूची के बारे में जानकारी दी जा रही है. ताकि अगर कोई वोटर छूट रहे हैं तो उनका भी जल्द से जल्द अपलोड किया जा सके. एसडीओ ने बताया कि सभी राजनीतिक दल के लोग पूरा सहयोग कर रहें है. वोटरों से फॉर्म भरके लिया जा रहा अगर वैलिड डॉक्यूमेंट्स नहीं है तब भी फॉर्म ले लिया जा रहा है और डॉक्यूमेंट जमा करने के लिए एक निर्धारित समय दे दिया जा रहा है.
अफवाहों पर न दें ध्यान
एसडीओ ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि किसी भी तरह के अफवाहों पर ध्यान नहीं दें. क्योंकि चुनाव आयोग के द्वारा पारदर्शिता के साथ कार्य किया जा रहा है. एसडीओ दिलीप कुमार ने कहा कि हमलोगों के क्षेत्र में बीएलओ के डोर टू डोर नहीं जाने की शिकायत नहीं मिली है क्योंकि चुनाव आयोग ने जो पोर्टल बनाया उसके माध्यम से हमलोग एक-एक चीज चेक कर सकते हैं. अगर ऐसा कहीं हुआ है तो उसकी जांच भी करवा लेंगे. क्योंकि हमारे पोर्टल पर एक-एक आवेदन दिखता है. उसको चेक करके ही क्लियर करना है. इसके साथ ही आंगनबाड़ी सेविका, जीविका दीदी, आशा वार्ड मेंबर और मुखिया के माध्यम से भी जागरूक करने का काम किया गया है.