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WDMMA Ranking: भारतीय वायुसेना चीन से भी शक्तिशाली... चौथे नंबर पर खिसका ड्रैगन... पाकिस्तान टॉप-10 में भी नहीं.... जानें Indian Air Force ने कैसे पाई यह उपलब्धि 

Achievement of Indian Air Force: भारतीय वायुसेना ने चीन को पछाड़ते हुए दुनिया की तीसरी सबसे शक्तिशाली वायुसेना का खिताब हासिल किया है. वर्ल्ड डायरेक्टरी ऑफ मॉर्डन मिलिट्री एयरक्राफ्ट की रैंकिंग में भारत को जहां तीसरा स्थान मिला है, वहीं चीन चौथे स्थान पर है. पाकिस्तान की वायुसेना टॉप-10 में भी शामिल नहीं है.

Indian Air Force (File Photo: PTI) Indian Air Force (File Photo: PTI)

भारत (India) ने वायुसेना (Air Force) की ताकत के मामले में चीन को भी पछाड़ दिया है. वर्ल्ड डायरेक्टरी ऑफ मॉडर्न मिलिट्री एयरक्राफ्ट (WDMMA) की ताजा रैंकिंग में भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) अब अमेरिका (पहले) और रूस (दूसरे) के बाद दुनिया की तीसरी सबसे शक्तिशाली एयरफोर्स बन गई है. भारतीय वायुसेना की TruVal Rating (TVR) 69.4 है. चीन की वायुसेना सूची में चौथे स्थान पर है. पाकिस्तान की वायुसेना टॉप-10 में भी शामिल नहीं है. भारत की वायुशक्ति का बढ़ना एशिया के सामरिक संतुलन में बड़े बदलाव का संकेत है. 

क्या है TVR
TrueVal Rating को TVR (True Value Rating) भी कहा जाता है. यह एक ऐसी विधि है जिसे WDMMA जैसे संस्थान उपयोग करते हैं ताकि विभिन्न देशों की वायु सेनाओं की तुलना की जा सके. TVR में कई बातों को ध्यान रखा जता है. इसमें सिर्फ विमान संख्या ही नहीं, बल्कि उन विमानों की उपयोगिता, प्रकार (fighter, bomber, transport, Rconnaissance आदि) की सामरिक भूमिका, रखरखाव, लॉजिस्टिक्स, प्रशिक्षण और ऑपरेशन क्षमता, प्रत्येक विमान की तकनीकी श्रेष्ठता को देखा जाता है. TVR इस तरह की गणना है कि वो “संख्यात्मक + गुणात्मक” दोनों पक्षों को समाहित करती है. यदि किसी देश के पास कम विमान हों लेकिन अधिक आधुनिक और समर्थ हों, उस देश का रैंक बेहतर हो सकता है.

रैंकिंग में कितने देश शामिल
WDMMA रैंकिंग में 103 देश और 129 वायु सेनाएं शामिल हैं, जिनमें सेना, नौसेना और नेवल एविएशन ब्रांच भी शामिल हैं. इस रैंकिंग में दुनिया भर में कुल 48,082 विमानों पर नजर रख गया है. 

शीर्ष देशों की TVR रैंकिंग
1. अमेरिका: 242.9 
2. रूस: 114.2
3. भारत: 69.4
4. चीन: 63.8
5. जापान: 58.1
6. इजराइल: 56.3
7. फ्रांस: 55.3

भारत कैसे निकला चीन से आगे
भारतीय वायु सेना के पास 1,716 विमान हैं. भारतीय वायुसेना के बेड़े में 31.6 प्रतिशत लड़ाकू विमान, 29 प्रतिशत हेलीकॉप्टर और 21.8 प्रतिशत ट्रेनर एयरक्राफ्ट हैं. भारतीय वायुसेना के उपकरण भारत सहित, अमेरिका, रूस, फ्रांस, इजराइल जैसे कई देशों में बने हुए हैं. भारतीय वायु सेना के पास फ्रांस में बने राफेल, मिराज 2000, रूस के सुखोई 30 और मिग-29 और स्वदेशी तेजस सहित कई विमानों का बेड़ा है. चीन के पास 3,733 विमान हैं. चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स (PLAAF) के पास 52.9 प्रतिशत लड़ाकू विमान और 28.4 प्रतिशत प्रशिक्षक विमान हैं. 

चीन से कम विमान होने के बावजूद रैंकिंग में भारतीय वायुसेना चीन से आगे निकल गई है. दरअसल, WDMMA का कहना है कि भारत की वायुसेना बेहद संतुलित है और यह संतुलन ही उसे चीन से आगे निकलने का कारण बना है. चीन अपनी एयरफोर्स को अपग्रेड करने पर अरबों डॉलर खर्च कर रहा है, लेकिन भारत पायलटों की ट्रेनिंग, तेज प्रतिक्रिया क्षमता और सटीक हमलों पर जोर देता है. इंडियन एयरफोर्स (IAF) की ताकत का मूल कारण बेहतर ट्रेनिंग और तीनों सेनाओं (थल, जल, वायु) के बीच मजबूत तालमेल है. 

ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना ने दिखाई ताकत 
भारत की वायुसेना की तैयारी की झलक मई 2025 में हुए ऑपरेशन सिंदूर में दिखी. यह ऑपरेशन 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले (जिसमें 26 नागरिक मारे गए) के जवाब में शुरू किया गया था. 7 मई को भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल और हवाई हमले किए. इनमें जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के कैंप शामिल थे, जैसे बहावलपुर का सुब्हान अल्लाह कैंप और मुरिदके का मस्जिद वा मरकज तैबा. इंडियन आर्मी के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान LoC पर पाकिस्तान के 100 सैनिक मारे गए और कम से कम 12 पाकिस्तानी विमान तबाह हो गए. भारत ने सटीक हमलों से पाकिस्तानी हवाई रक्षा प्रणालियों को नष्ट किया, जबकि पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमले विफल रहे. 

किस देश के पास कितने सैन्य विमान
1. अमेरिका: 13,043
2. रूस: 4,292
3. चीन: 3,309
4. भारत: 2,229
5. दक्षिण कोरिया: 1,592
6. जापान: 1,443
7. पाकिस्तान: 1,399
8. मिस्र: 1,093
9. टर्की: 1,083
10. फ्रांस: 976
(सोर्स: GlobalFirePower, 2025)