

भारत में इस बार मानसून की दस्तक समय से पहले हो गई. देश के ज्यादातर हिस्सों में जमकर बारिश हो रही है लेकिन राजधानी दिल्ली को अभी भी बारिश का इंतजार है. उत्तर-पश्चिम भारत में पिछले हफ्ते सामान्य से 102% अधिक बारिश हुई है. उत्तर भारत के इस रीजन में दिल्ली भी शामिल है लेकिन दिल्ली में मानसून की एंट्री अभी तक नहीं हुई है.
भारत के इस इलाके ने इस मौसम में अब तक सभी क्षेत्रों के मुकाबले सबसे अधिक बारिश दर्ज की है. इस रीजन में मौसमी बारिश औसत से 37% अधिक है. इसके बावजूद दिल्ली को अभी तक मानसून की बारिश नहीं मिली है. ये अपने आप में अनोखा और अनूठा है.
पूरे भारत में मानसून की एंट्री हो गई है. पहाड़ों में भी जमकर बारिश हो रही है. बारिश कहीं राहत बनकर आई है तो कहीं आफत बनी है. देश भर में इस मानसून में कुल मिलाकर सामान्य से 7% अधिक बारिश हुई है. मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, आने वाले दो सप्ताह तक मॉनसून के सक्रिय रहने की उम्मीद है.
भारी बारिश की संभावना
मानसून की उठा-पटक के बीच गुरुवार को उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों पर एक कम दबाव क्षेत्र विकसित हुआ है. यह रीजन पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर उत्तर ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड और छत्तीसगढ़ से होते हुए आगे बढ़ेगा.
अगले एक सप्ताह में तीन प्रमुख मौसमी प्रणालियों के प्रभाव के कारण देश के कई हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है. कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्र, गुजरात में अगले सात दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पूर्वी राजस्थान में 26 जून से 2 जुलाई तक कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है.
कहां-कहां होगी बारिश?
देश के कई इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. आने वाले हफ्तों में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार और विदर्भ में भी भारी वर्षा होने की संभावना है. केरल और दक्षिणी कर्नाटक में 26 जून को अत्यंत भारी बारिश हो सकती है.
साथ ही कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना जैसे दक्षिणी राज्यों में भी भारी बारिश की संभावना बनी रहेगी. कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 26 से 29 जून के दौरान तेज़ हवाएं चलने की संभावना है. तेज हवा की रफ्तार 40-60 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है.
गर्मी से राहत
मौसम विभाग ने कहा कि जुलाई के पहले सप्ताह तक सक्रिय मानसून रहेगा. केंद्रीय व पश्चिम भारत के कई हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होगी जबकि दक्षिणी भारत में कुछ इलाकों में बारिश सामान्य से कम हो सकती है. बारिश के कारण अधिकांश क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 2 से 4 डिग्री सेल्सियस कम रहेगा.
लगातार बारिश होने से लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिलेगी. इस प्रकार, मानसून फिलहाल पूरे देश में सक्रिय है. अगले दो सप्ताह तक भारी बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है, जो किसानों और जल संसाधनों के लिए लाभकारी होगी. राजधानी दिल्ली को अभी भी मानसून का इंतजार है. दिल्ली को लेकर मौसम विभाग का पूर्वानुमान गलत साबित हो चुका है.