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Heat Action Plan: Delhi में भीषण गर्मी से बचाव के लिए क्या है DDMA का हीट एक्शन प्लान, जानिए

Heat Action Plan in Delhi: दिल्ली में भीषण गर्मी से बचाव के लिए दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने हीट एक्शन प्लान तैयार किया है. इसके तहत चिलचिलाती दोपहर में स्कूलों को बंद रखा जाएगा. इसके अलावा धार्मिक जगहों और बस स्टैंड पर पीने योग्य पानी सुविधा बढ़ाने का भी प्रस्ताव है. स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 24 घंटे बिजली सप्लाई की योजना है.

दिल्ली में भीषण गर्मी के असर से बचने के लिए हीट एक्शन प्लान तैयार दिल्ली में भीषण गर्मी के असर से बचने के लिए हीट एक्शन प्लान तैयार

दिल्ली में भीषण गर्मी के असर से बचने के लिए हीट एक्शन प्लान तैयार किया गया है. दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी इसे इसे पिछले महीने तैयार किया था और केंद्र सरकार को भेजा था. इसके तहत गर्मी के दौरान स्कूलों के समय में बदलाव से लेकर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 24 घंटे बिजली देने की योजना है.

दिल्ली के लिए क्या है प्लान-
डीडीएमए ने इस हीट एक्शन प्लान में भीषण गर्मी के दिनों में स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव किया जाएगा. दोपहर के समय कोई स्कूल नहीं चलेगा. शिक्षा विभाग को ये सुनिश्चित करना होगा कि भीषण गर्मी पड़ने पर दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक स्कूल में पढ़ाई-लिखाई ना हो.
पानी के गैर-जरूरी इस्तेमाल पर रोक लगाई जाएगी. इसके अलावा इस योजना में चिन्हित इलाकों की इमारतों की छतों पर सफेद रंग से पेंट करना भी शामिल है, जिससे इमारत अंदर से ठंडी रहे. इसके अलावा स्वास्थ्य सुविधाओं को बिना रुके 24 घंटे बिजली सप्लाई की योजना है. प्लान में गर्मी के मौसम में अतिसंवेदनशील आबादी पर अत्याधिक गर्मी के प्रभाव को कम करने के लिए रोजाना ऐसी जगहों के सर्वे का प्रस्ताव है.
पीटीआई ने डीडीएमए के अधिकारी के हवाले से बताया कि डीडीएमए ने पिछले साल सितंबर में एलजी ने इसको लेकर एक बैठक बुलाई थी, जिसमें हीट एक्शन प्लान पर काम करना शुरू किया गया था. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट ने इसकी जांच की और की सुझाव दिए.

धार्मिक जगहों और बस स्टैंड पर बढ़ेगी पानी की सुविधा-
भीषण गर्मी में गैर-जरूरी पानी के इस्तेमाल पर रोक लगा दी जाएगी. प्लान के मुताबिक धार्मिक जगहों और बस ट्रांजिट स्टेशनों पर पीने योग्य पानी की सुविधा बढ़ाई जाएगी. गरीब और हाई-रिस्क वाले इलाकों में पानी के पाउच उपलब्ध कराए जाएंगे.

सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट होगा नोडल अधिकारी-
डीडीएमए ने हीट एक्शन प्लान को हर साल अपडेट करने का भी प्रस्ताव दिया है. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारी ने बताया कि सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट इसको लागू करने के लिए नोडल अधिकारी के तौर पर काम करेगा.

भारत में लू का सितम-
दिल्ली भारत के सबसे गर्म शहरों में से एक है, जहां गर्म हवाओं से प्रभावित होने वाली एक बड़ी आबादी रहती है. मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंस के पूर्व सचिव एम राजीवन, आरके गिरी, एपी डिमरी के लिखे गए एक पेपर में कहा गया है कि देश में साल 1971 से 2019 के बीच लू चलने की 706 घटनाएं हुई हैं, जिसमें 17 हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है. आईआईटी गांधीनगर के रिसर्च में सामने आया है कि साल 2100 तक भारत में हीट वेव में 30 गुना बढ़ोतरी देखी जा सकती है.

कैसे जारी होता है गर्मी को लेकर अलर्ट-
मौसम विभाग के 7 दिन के अनुमान के आधार पर दिल्ली में लोगों के लिए हीट वेव के बारे में अलर्ट जारी होता है. जब अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 6 डिग्री सेल्सियस अधिक होता है तो रेड अलर्ट शुरू होता है. अगर सामान्य तापमान से 4 से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक है तो ऑरेंज अलर्ट होता है. जबकि तापमान सामान्य से 3.9 डिग्री सेल्सियस तक अधिक होता है तो येलो अलर्ट जारी होता है.

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