
एयरफोर्स की स्क्वाड्रन लीडर मोहना सिंह ने इतिहास रच दिया है. मोहना LCA तेजस फाइटर जेट की पहली महिला पायलट बन गई हैं. मोहना सिंह 8 साल पहले अवनी चतुर्वेदी और भावना कांत के साथ फाइटर स्ट्रीम में शामिल हुई थीं. साल 2016 में एयरफोर्स ने महिलाओं के लिए अपना फाइटर स्ट्रीम खोला था. इस समय एयरफोर्स में 20 महिला फाइटर पायलट हैं. मोहना सिंह के पिता भी एयरफोर्स ऑफिसर रहे हैं. बैडमिंटन खेलने की शौकीन स्क्वाड्रन लीडर मोहना सिंह के बारे में बताते हैं.
पिता एयरफोर्स ऑफिसर, मां टीचर-
मोहना सिंह का जन्म 22 जनवरी 1992 को राजस्थान के झुंझुनू में हुआ. उनका परिवार एयरफोर्स से जुड़ा है. उनकी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई दिल्ली में एयरफोर्स स्कूल से हुई. इसके बाद उन्होंने पंजाब में अमृतसर के ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज से बीटेक की डिग्री हासिल की. उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में बीटेक किया है. उनके पिता प्रताप सिंह रिटायर्ड एयरफोर्स ऑफिसर हैं. जबकि उनकी मां मंजू सिंह टीचर थीं.
मोहना सिंह को बैडमिंटन का शौक-
मोहना सिंह को शुरुआती दौर में रोलर स्केटिंग और बैडमिंटन खेलने का शौक था. इसके साथ ही वो सिंगिंग और पेंटिंग जैसी प्रोग्राम्स में भी शामिल होती रहीं.
स्क्वाड्रन लीडर मोहना सिंह को पहली बार साल 2016 में एयरफोर्स की लड़ाकू पायलट के तौर पर शामिल किया गया था. उनको तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कमीशन किया था. उनके साथ दो और पायलट अवनी चतुर्वेदी और भावना कंठ को भी शामिल किया गया था. ये दोनों फाइटर पायलट सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमानों की कमान संभाल रही हैं.
मोहना सिंह ने जून 2019 में एयरफोर्स की पहली महिला फाइटर पायलट बनकर बड़ी उपलब्धि हासिल की. उन्होंने 380 घंटे से अधिक की उड़ान पूरी की. मोहना सिंह ने हवा से हवा और हवा से जमीन पर युद्ध कौशल में विशेषज्ञता हासिल की. 9 मार्च 2020 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मोहना सिंह को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया था.
ये भी पढ़ें: