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कौन हैं राहुल नार्वेकर ? जिन्होंने तीन साल पहले ही थामा BJP का दामन... अब चुने गए महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर

राहुल नार्वेकर ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत शिवसेना से की थी. इसके बाद नार्वेकर 2014 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP)में शामिल हुए. पार्टी से चुनाव हारने के बाद इन्होंने 2019 में बीजेपी का दामन थाम लिया था.

राहुल नार्वेकर चुने गए महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर चुने गए महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर
हाइलाइट्स
  • राहुल नार्वेकर चुने गए महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर

भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार राहुल नार्वेकर को महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव में जीत हासिल हुई है. राहुल को समर्थन में 164 वोट मिले, जबकि उन्हें जीत के लिए महज 145 वोट की जरूरत थी. कांग्रेस नेता नाना पटोले के पिछले साल पद से इस्तीफा देने के बाद से अध्यक्ष का पद खाली पड़ा था. उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए थे. अब राहुल इस पद को संभालने जा रहे हैं. 

नार्वेकर मुंबई के कोलाबा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के मौजूदा विधायक हैं. वह पूर्व में शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहे हैं. नार्वेकर का जन्म दक्षिण मुंबई के कोलाबा इलाके में ही हुआ है. यही कारण है कि इनकी यहां काफी अच्छी पकड़ मानी जाती है. वहीं, इनके भाई मकरंद भी कोलाबा से पार्षद हैं. 

नार्वेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी  (NCP)के वरिष्ठ नेता रामराजे नाइक-निंबालकर के दामाद हैं, जो एनसीपी से विधायक हैं और महाराष्ट्र विधान परिषद के अध्यक्ष हैं. 

2014 में नार्वेकर ने थामा था NCP का दामन 

नार्वेकर शुरुआती सालों में शिवसेना की यूथ विंग के प्रवक्ता थे. उन्होंने 2014 में पार्टी छोड़ दी और एनसीपी में ही शामिल हो गए. उस समय उन्होंने दावा किया था कि उनका पार्टी छोड़ने का कारण उद्धव ठाकरे हैं. इसके बाद राहुल नार्वेकर ने 2014 का लोकसभा चुनाव मावल से लड़ा था, जब उन्हें बड़ा झटका लगा था. वह शिवसेना के श्रीरंग अप्पा बार्ने से हार गए थे. 

2019 में बीजेपी में हुए शामिल 

नार्वेकर 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले कोलाबा से बीजेपी में शामिल हुए थे. उन्होंने कांग्रेस के अशोक जगताप को हराकर कोलाबा से विधानसभा चुनाव जीता. 

क्या रहा आज का रिजल्ट 

विधानसभा मतदान के दौरान शिंदे गुट के विधायक भी वोटिंग करने पहुंचे थे. इन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार राहुल नार्वेकर के समर्थन में वोट डाले. नार्वेकर ने बहुमत का आंकड़ा पार कर स्पीकर पद के चुनाव में जीत हासिल की. उन्हें जीत के लिए महज 145 वोट की जरूरत थी, जबकि उन्होंने पूरे 164 वोटों से जीत हासिल कर विधानसभा के अध्यक्ष का कार्यभार संभाल लिया है. 
 

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