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कौन हैं विनय मोहन क्वात्रा, जो नियुक्त किए गए अगले विदेश सचिव

विनय क्वात्रा (Vinay Kwatra )ऐसे समय में पदभार संभालेंगे जब भारत पड़ोसी देशों के कारण चुनौतियों से भरा हुआ है. क्वात्रा नेपाल में भारत के दूत हैं और उन्होंने पीएमओ और यूएस और चीन में भारतीय मिशनों में सेवा दी है.

विनय मोहन क्वात्रा (फाइल फोटो) विनय मोहन क्वात्रा (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
  • विनय क्वात्रा भारत के 34वें विदेश सचिव होंगे

  • क्वात्रा नेफ्रांस में राजदूत के रूप में काम किया है

विनय मोहन क्वात्रा (Vinay Mohan Kwatra)एक भारतीय राजनयिक और नेपाल में वर्तमान भारतीय राजदूत हैं. वह मई 2022 से भारत के 34वें विदेश सचिव के रूप में काम करेंगे. इससे पहले, उन्होंने नेपाल और फ्रांस में राजदूत के रूप में काम किया है. क्वात्रा हर्षवर्धन श्रृंगला की जगह पर विदेश सचिव का पद संभालेंगे, जोकि इस महीने के अंत में रिटायर हो रहे हैं. 

आईएफएस के 1988 बैच के क्वात्रा सेवा में सबसे वरिष्ठ अधिकारी नहीं हैं लेकिन, वह बेहद अच्छी तरह से फ्रेंच बोलते हैं और उन्हें अमेरिका और चीन के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों की अच्छी जानकारी है क्योंकि उन्होंने दोनों मिशनों में काम किया है. 

दो बार बीजिंग में हुई थी तैनाती 

क्वात्रा को 2003 और 2006 के बीच दो बार बीजिंग में तैनात किया गया था, पहले काउंसलर के रूप में और उसके बाद भारत के दूतावास में मिशन के उप प्रमुख के रूप में. मई 2010 से जुलाई 2013 तक, उन्होंने भारत के दूतावास, वाशिंगटन डीसी में मंत्री के रूप में कार्य किया. 

भारत को मजबूत विदेश सचिव की जरूरत 

क्वात्रा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भारत को एक मजबूत विदेश सचिव की जरूरत है. इस समय पाकिस्तान एक संवैधानिक संकट का सामना कर रहा है, श्रीलंका एक अभूतपूर्व आर्थिक संकट से जूझ रहा है, अफगानिस्तान पर तालिबान का शासन है और मालदीव में भारत विरोधी भावना बढ़ रही है. ऐसे में भारत को एक जिम्मेदार व्यक्ति की जरूरत थी, यही कारण है कि भारतीय विदेश मंत्रालय ने उनपर अटूट विश्वास जताया है.  

क्वात्रा की नियुक्ति काफी अहम 

भारत भी लगभग दो सालों से पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ एक कठिन सीमा गतिरोध का सामना कर रहा है. और सबसे बढ़कर, नई दिल्ली पर अब पश्चिमी देशों का भारी दबाव है कि वह रूस को यूक्रेन पर आक्रमण करने के लिए बुलाए. ऐसे में क्वात्रा की नियुक्ति काफी अहम मानी जा रही है. 

क्वात्रा का नाम अगले विदेश सचिव के रूप में विदेश मंत्रालय में एक महीने से अधिक समय से चर्चा में था. उनके अलावा जो नाम सबसे आगे चल रहा थे, वे थे अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू 1988 बैच और अजय बिसारिया 1987-बैच के IFS, जो कनाडा में भारत के उच्चायुक्त हैं. 

सुर्खियों में कब आया था क्वात्रा का नाम 

क्वात्रा का नाम सुर्खियों में तब आया था जब उन्होंने अक्टूबर 2015 से अगस्त 2017 तक प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में संयुक्त सचिव के रूप में काम किया. इसके बाद अगस्त 2017 से फरवरी 2020 तक, क्वात्रा ने फ्रांस में भारत के राजदूत के रूप में कार्य किया और राफेल लड़ाकू जेट सौदे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. सरकार कैसे काम करती है, इस बारे में क्वात्रा को जबरदस्त जानकारी है. 

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