
इन दिनों उत्तर भारत के कई हिस्सों, जैसे उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों—में लगातार भारी बारिश हो रही है. इसके पीछे कुछ खास मौसमी कारण हैं, जो मानसून से जुड़े हुए हैं.
मानसून ट्रफ का असर:
इस समय मानसून ट्रफ (एक लंबा कम दबाव वाला क्षेत्र) हिमालय की तराई में सक्रिय है. जब यह ट्रफ किसी इलाके के ऊपर होता है, तो वहां भारी बादल और बारिश होती है. यह ट्रफ अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नम हवा को खींचता है. जब ये हवाएं एक-दूसरे से टकराती हैं, तो हवा ऊपर उठती है, जिससे बादल बनते हैं और जोरदार बारिश होती है.
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (Western Disturbance):
इस समय एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस भी उत्तर भारत में सक्रिय है. यह एक ऊपरी हवा का सिस्टम है जो पश्चिम (भूमध्य सागर) से आता है और उत्तर भारत में नमी और ठंडी हवा लाता है. यह ऊंचाई पर हवा को फैलाता है (divergence), जिससे नीचे की हवा ऊपर उठती है और बादल बनाकर बारिश करवाती है.
जब नीचे की सतह पर मानसून ट्रफ और ऊपर की हवा में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस दोनों एक साथ सक्रिय होते हैं, तो बारिश बहुत ज्यादा हो जाती है. यह स्थिति बादलों के बनने और तेज बारिश के लिए बहुत अनुकूल होती है.
इस कारण इन राज्यों में भारी और लगातार बारिश हो रही है. बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है. पहाड़ी इलाकों में सतर्कता की जरूरत है.
मानसून ट्रफ और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के मिलेजुले प्रभाव के कारण उत्तर भारत में भारी बारिश हो रही है. इससे बाढ़ और भूस्खलन जैसी आपदाएं आ सकती हैं, इसलिए इन इलाकों में सावधानी और सतर्कता बेहद जरूरी है.
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