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कुल 3 घंटे में कर सकेंगे दिल्ली से बनारस तक का सफर, नोएडा में इन 2 स्टॉप पर मिलेगी बुलेट ट्रेन  

दिल्ली-वाराणसी हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर को लेकर लगातार काम चल रहा है. दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन दिल्ली के सराय काले खां से शुरू होगी और इसका पहला पड़ाव नोएडा सेक्टर-148 होने वाला है.

Bullet train Bullet train
हाइलाइट्स
  • अभी सफर पूरा करने में लगते हैं 10 घंटे 

  • नोएडा में 2 स्टॉप पर मिलेगी दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन

दिल्ली-एनसीआर के निवासियों को जल्द ही बुलेट ट्रेन को लेकर गुड न्यूज मिलने वाली है. दिल्ली-वाराणसी हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर (DVHSR ) का काम चल रहा है. 865 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर में 13 स्टेशन होंगे. इसमें से एक दिल्ली में अंडरग्राउंड होगा और 12 उत्तर प्रदेश में एलिवेटेड. यदि आप दिल्ली से यात्रा कर रहे हैं तो ट्रेन 330 किमी प्रति घंटा की स्पीड से ये चलेगी और ये ट्रेन वाराणसी पहुंचने में कुल 3 घंटे 33 मिनट का समय लेगी. अंडरग्राउंड स्टेशन के लिए 15 किमी लंबी सुरंग का निर्माण किया जा रहा है. 

अभी सफर पूरा करने में लगते हैं 10 घंटे 

दरअसल, अभी की बात करें तो 816 किलोमीटर की दूरी को कवर करने में लगभग 10 घंटे लगते हैं, लेकिन बुलेट ट्रेन के बाद, वाराणसी से मथुरा होकर, आगरा, इटावा, कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज तक की दूरी केवल 4 घंटे में तय की जा सकती है. यात्री हर 22 मिनट में दिल्ली और वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन में सवार हो सकेंगे. 

नोएडा में इन 2 स्टॉप पर मिलेगी दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन

दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन लाइन के गौतमबुद्धनगर जिले में दो स्टॉप होंगे. रेल मंत्रालय ने इसके लिए अपनी मंजूरी भी दे दी है. दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन दिल्ली के सराय काले खां से शुरू होगी और इसका पहला पड़ाव नोएडा सेक्टर-148 होगा.

इसके बाद अगला पड़ाव नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा रखा गया है और बुलेट ट्रेन को सराय काले खां से नोएडा एयरपोर्ट तक पहुंचने में सिर्फ 21 मिनट का समय लगेगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नोएडा एयरपोर्ट लिमिटेड ने एक साल पहले इस ट्रेन के स्टॉपेज को लेकर प्रस्ताव भेजा था और अब इसे रेल मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है.

कितना हो सकता है किराया?

हालांकि, बुलेट ट्रेन  का टिकट कितने रुपये का रखा जाएगा इसे लेकर कुछ साफ नहीं है. लेकिन भारतीय रेलवे में जितना ट्रेन टिकट फेयर फर्स्ट क्लास एसी का होता है उससे करीब 1.5 गुना ज्यादा किराया होने की उम्मीद है. 

गौरतलब है कि दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन का काम तीन चरणों में पूरा किया जाएगा. साल 2029 तक एयरलाइन यात्रियों को भी बुलेट ट्रेन की कनेक्टिविटी मिल सकेगी.