गुजरात का अहमदाबाद शहर क्राइम एंड सेफ्टी इंडेक्स रिपोर्ट 2025 में भारत का सबसे सुरक्षित शहर घोषित किया गया है. न्युब्यू नाम की वेबसाइट के सर्वे में अहमदाबाद को 68.3 के उच्च सुरक्षा सूचकांक स्कोर के साथ देश में पहला स्थान मिला है. शहर की इस उपलब्धि में पुलिस और प्रशासन के साथ-साथ आम जनता का भी योगदान है. शहर में लगे लगभग 26,000 सीसीटीवी कैमरों में से 22,000 कैमरे यहां के आम लोगों ने लगवाए हैं. इनमें से 3,000 कैमरों की फीड पुलिस कंट्रोल रूम और थानों में मिलती है, जिससे आपराधिक वारदातों की निगरानी और उन पर कार्रवाई करने में आसानी होती है. पुलिस की पहुंच में सुधार, नाइट राउंड की प्रभावशीलता और पीसीआर प्रतिक्रिया में सुधार जैसे उपायों से सुरक्षा बढ़ी है. महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है, जिसमें निर्भयता सेफ सिटी प्रोजेक्ट शामिल है. शहर में रात को भी महिलाएं सुरक्षित महसूस करती हैं. सड़क हादसों और ट्रैफिक से जुड़ी घटनाओं में भी कमी आई है. अहमदाबाद पुलिस के पास हाईटेक इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर है और 14,000 से अधिक पुलिसकर्मी सुरक्षा संभालते हैं. इस सुरक्षित शहर के दर्जे से 2036 में ओलंपिक की मेजबानी की अहमदाबाद की दावेदारी और मजबूत हुई है.