लखनऊ में अंतरिक्ष यात्री शुभांशु का उनके पुराने स्कूल में भव्य स्वागत किया गया. शुभांशु के स्कूल पहुँचने पर बच्चों में उत्साह देखा गया. बच्चों को विश्वास नहीं हो रहा था कि जिसे उन्होंने अंतरिक्ष में देखा था, वह आज उनके सामने है. छात्रों ने शुभांशु को अपने बनाए हुए विज्ञान के प्रयोग दिखाए. इसमें आयोनिक प्लाज़्मा थ्रस्टर और रोबोट जैसे मॉडल शामिल थे. शिक्षकों ने भी शुभांशु की उपलब्धि पर गर्व व्यक्त किया. एक शिक्षक ने कहा कि "एस एन इंडियन एस ए टीचर इट्स ए प्राउड मूवमेंट शायद सिर्फ सीएमएस के लिए नहीं सबके लिए". शिक्षकों ने इसे अपने लिए भी प्रेरणा बताया. छात्रों ने शुभांशु को अपना रोल मॉडल बताया और उनकी तरह अंतरिक्ष में जाने की इच्छा व्यक्त की. स्कूल में अंतरिक्ष से जुड़े मॉडल और स्ट्रक्चर बनाए गए थे. शुभांशु के माता-पिता और बहन भी उनके साथ मौजूद थे. यह छात्रों और शिक्षकों के लिए एक प्रेरणादायक दिन था.