1984 में हादसा हुआ लेकिन जहरीले कचरे को हटाने की पहल 2004 में शुरू हुई. 2004 में इसको हटाने का मामला कोर्ट में गया. लेकिन इस पर अदालत का आदेश आते आते भी 20 साल और लग गये. ऐसे में हमारा सवाल है कि यूनियन कार्बाइड के प्लांट से जहरीले कचरे पर एक्शन लेने में चार दशक क्यों लग गए ? कचरा हटाने का आदेश कोर्ट कचहरी में फंसा रहा और सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट की दखल के बाद ही इसके निपटारे की प्रक्रिया की शुरूआत हुई है.