महाराष्ट्र की बीएसएफ जवान रेशमा इंगले ने देश सेवा के लिए अपने एक साल के बेटे को छोड़कर ड्यूटी पर लौटने का फैसला किया. पहलगाम हमले के बाद जब जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गईं, तो रेशमा ने कर्तव्य पथ को चुना. रेशमा का कहना है कि 'देश की सुरक्षा पहले है, परिवार बाद में. मेरा बेटा बड़ा होकर इस पर गर्व करेगा की उसकी माँ ने मातृभूमि के लिए अपने मातृत्व का बलिदान किया था.'