जीएनटी ने भारत-पाकिस्तान सीमा पर 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद बीएसएफ की जवाबी तैयारियों का जायजा लिया, जहाँ 'गोली का जवाब गोले से ही दिया गया'। बीएसएफ के डीआईजी वी.एस. राठौड़ के अनुसार, बल किसी भी हिमाकत का जवाब देने के लिए फर्स्ट लाइन ऑफ़ डिफेंस के तौर पर तैयार है, भले ही युद्धविराम हो गया हो। जैसलमेर में बीएसएफ का तोपखाना 20 किलोमीटर दूर तक मार करने की क्षमता के साथ दुश्मन के ठिकानों को ध्वस्त करने हेतु तैनात है।