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Siachen में एक दिन क्या एक घंटे भी टिकना सबके बस की बात नहीं, जानिए क्यों

सियाचिन ग्‍लेशियर ऐसा मोर्चा है जिसे दुनिया के सबसे खतरनाक युद्ध क्षेत्र में गिना जाता है. यहां सरहद की हिफाजत के लिए 3 हजार सैनिक हमेशा तैनात रहते हैं. भारत सरकार सियाचिन पर मौजूद जवानों पर हर दिन करीब 5 करोड़ रुपये खर्च करती है. खून तक को जमा देने वाला माइनस 60 डिग्री तक का टॉर्चर यहां सैनिकों के लिए हर कदम पर चुनौती पेश करता है और ऐसे कठिन मोर्चे पर देश की पहली महिला सैनिक ने मोर्चा संभाला है. चलिए आपको बताते हैं कि आखिर क्यों सियाचिन को दुनिया का सबसे मुश्किल युद्ध क्षेत्र कहा जाता है.

Siachen Glacier is one among the most dangerous battlefield in the world. The blood-chilling minus 60 degree temperature presents a challenge for the soldiers here at every step.