दिल्ली के छत्तरपुर के पास स्थित असोला और फतेहपुर बेरी, दो जुड़वा गांव हैं. ये गांव पहलवानों और नाइटक्लब बाउंसर्स की वजह से "भारत का सबसे मजबूत गांव" के रूप में जाने जाते हैं. इस परिवर्तन की कहानी विजय तंवर से शुरू होती है, जिन्होंने कहा था, "मेरा एक टारगेट था कि मुझे ओलंपिक से मेडल लाना था, लेकिन मजबूरी में बाउंसिंग लाइन में जाना पड़ा" अब इन गांवों में बच्चों से लेकर महिलाओं तक कुश्ती को जीवन का अभिन्न अंग बना चुके हैं और कसरत यहां चौथी मूल आवश्यकता बन गई है.