दिल्ली में मानसून से पहले जलभराव से निपटने की तैयारियों पर सवाल उठ रहे हैं. एक वक्ता ने बताया कि नालियां ढकी होने के कारण पानी निकलने का रास्ता नहीं था, जिससे राजेंद्र नगर जैसी कॉलोनियों में 'बच्चे, तीन बच्चे, मासूम बच्चे मारे गए'. नालों की सफाई को लेकर पीडब्ल्यूडी, एमसीडी और सिंचाई विभाग के दावों में बड़ा अंतर है, जबकि जमीनी हकीकत यह है कि कई पुनर्वास बस्तियों में ढकी नालियों को तोड़ा नहीं गया है, जिससे जलभराव की समस्या बनी हुई है; मौसम विशेषज्ञों ने जुलाई के पहले सप्ताह में दिल्ली में भारी बारिश की संभावना जताई है, जिससे स्थिति गंभीर हो सकती है.