दिल्ली में जलभराव के बिंदु 100 से बढ़कर 410 हो गए हैं और 1350 से अधिक जल निकायों पर अतिक्रमण हो चुका है. पुरानी और कमजोर ड्रेनेज व्यवस्था, जिसमें 6 इंच के पाइप हैं, बढ़ती आबादी का भार नहीं झेल पा रही है, जिससे हल्की बारिश में भी 11 मौतें हुई हैं. एक विशेषज्ञ ने कहा, "ये हमारा बहता हुआ सोना है, इसको जमीन में डालो."