गाज़ियाबाद पुलिस ने जेल में बंद अपराधियों को फ़र्ज़ी दस्तावेज़ों के ज़रिए ज़मानत दिलाने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. यह गिरोह पिछले करीब 6 सालों से सक्रिय था और अब तक 600 से 700 अपराधियों को नकली कागजातों के सहारे जेल से बाहर निकलवा चुका है. पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ़्तार किया है. पुलिस के अनुसार, "इनके द्वारा सबसे पहले भूले पोर्टल से खतौनी के डॉक्यूमेंट निकाले जाते थे. उन डॉक्यूमेंट में जिन व्यक्तियों के नाम लिखे होते थे, उसी नाम के फर्जी आधार कार्ड बनाए जाते थे"