ईरान और इज़राइल के बीच तनाव के चलते ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए मिशन शुरू हो गया है, जिसके तहत 110 लोगों का पहला जत्था आर्मेनिया पहुँच चुका है. एक चिंतित आवाज़ में कहा गया, 'देर इस नथिंग कोई शलट नहीं...प्लीज़ प्लीज़ प्लीज़ फॉर गॉड से हमारे बच्चों को इवैक्वेट करवाएं.' ईरान में लगभग 10,000 भारतीय हैं, जिनमें जम्मू कश्मीर के कई मेडिकल छात्र भी शामिल हैं, जिनके हॉस्टल के करीब कथित तौर पर मिसाइलें गिरी हैं.