उत्तर प्रदेश सरकार ने छोटे प्राथमिक विद्यालयों के लिए नई पहल शुरू की है, जहाँ 20 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को पास के अधिक संसाधन वाले स्कूलों में जोड़ा जा रहा है. शिक्षा विभाग का मानना है कि इस कदम से प्राथमिक शिक्षा के स्तर में सुधार होगा, जैसा कि एक अधिकारी ने बताया कि "ऐसे विद्यालय हैं जहाँ की छात्र संख्या कम हो तो ये शासनादेश आया कि उनको पेड़ बनाया जाए." मथुरा में भी 20 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों के छात्रों और शिक्षकों को दूसरे स्कूलों में शामिल किया गया है, हालांकि इस आदेश के खिलाफ सोशल मीडिया पर कुछ एतराज भी जताया जा रहा है.