उज्जैन की सड़कों पर भगवान महाकाल की भव्य सवारी निकली. इस दौरान पुलिस प्रशासन और आम जनता दोनों ही इस सवारी का हिस्सा बने. महाकाल को उज्जैन नगरी का राजा माना जाता है, इसलिए उनकी सवारी राजसी ठाठ-बाठ के साथ निकलती है. इसमें घोड़े, हाथी, बैंड बाजे और प्रशासनिक अमला भी शामिल होता है. हर वर्ष श्रावण भादू माह के सोमवार को यह सवारी निकाली जाती है, जिसमें भगवान स्वयं भक्तों को दर्शन देने के लिए मंदिर से बाहर आते हैं.