इतिहासकारों ने हड़प्पा सभ्यता से जुड़ी एक अनूठी खोज की है. राजस्थान के थार रेगिस्तान में हड़प्पा संस्कृति के अवशेष मिले हैं. अभी तक हड़प्पा कालीन अवशेष नदियों के किनारे बसे शहरों में मिलते थे, लेकिन यह पहली बार है जब इसके अवशेष रेगिस्तान में खोजे गए हैं. यह खोज 4500 साल पुरानी सभ्यता के रोमांचक रहस्यों को उजागर करती है. पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर जिले में राताडिया री डेरी नामक स्थान पर यह पुरास्थल मिला है. इस स्थल से लाल मिट्टी के बर्तन, कटोरे, घड़ों के टुकड़े, चित्रित जार के अवशेष, पत्थर के ब्लेड, मिट्टी और शंख से बनी चिड़िया, त्रिकोणीय गोलाकार टेराकोटा केक और पत्थर की मेलें मिली हैं. एक इतिहासकार ने कहा, "जैसलमेर के अंदर जो हम सबके द्वारा जो हड़प्पन सिविलाइजेशन का एक माउंट खोजा गया है, वो माउंट बहुत ही इम्पोर्टेन्ट और बहुत ही सिग्निफिकेंट है क्योंकि ये माउंट जितनी भी हड़प्पन साइट आज तक मिली है उनसे थोड़ा अपने आपको अलग करके रखता है क्योंकि ये थार के बहुत ही और डेजर्ट के अंदर है" इस स्थल पर एक भट्टी भी मिली है, जिससे ईंटें बनाए जाने का अनुमान है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थान विलुप्त हो चुकी सरस्वती नदी के मुहाने पर स्थित रहा होगा और एक सुव्यवस्थित नगरीय बस्ती रही होगी. इस खोज से हड़प्पा संस्कृति के नए आयाम उजागर होने की उम्मीद है.