25 मई से हेमकुंड साहिब यात्रा आरम्भ होने जा रही है. इस वर्ष भारी बर्फ़बारी के कारण मार्ग अत्यंत दुर्गम है, जहाँ 10 से 12 फ़ीट तक बर्फ़ जमी हुई है. भारतीय सेना के जवान बर्फ़ काटकर श्रद्धालुओं के लिए मार्ग सुगम बनाने में जुटे हैं. एक अधिकारी के अनुसार, "हेमकुंड साहिब में सबसे पहले तो जो गोविंद घाट में क्षतिग्रस्त हुआ था, आपदा से उसका निर्माण कार्य चल रहा है तेजी से और आगामी चार दिनों में आशा है कि वो वाहनों के लिए सुचारु हो जाएगा." यह यात्रा सिख धर्म के लिए विशेष महत्व रखती है, क्योंकि मान्यता है कि गुरु गोबिंद सिंह जी ने यहाँ तपस्या की थी.