मंडी में मूसलाधार बरसात और पंडोह डैम से पानी छोड़े जाने के बाद दहशत का माहौल है। कल रात भी भारी बारिश के कारण मंडी शहर के पंडोह बाजार में जल भराव हो गया था, जहाँ लोगों को रात में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। मंडी में तबाही के गवाह बने इलाकों में संवाददाता अमन भारद्वाज पहुंचे और उन्होंने स्थानीय लोगों से बात की। बीते 24 घंटे में मंडी के अंदर काफी कुछ हुआ है। करसोग, थुनाग और सुंदर नगर के पास के इलाकों में तबाही हुई है। 200 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया गया है। चार लोगों की जान चली गई है और 16 लोग अभी भी लापता हैं, जिनमें से नौ पानी के साथ बह गए। ब्यास नदी पूरे उफान पर है और इसने अपने आसपास के इलाकों और घरों में तबाही मचाई है। पानी का स्तर कुछ हद तक कम हुआ है, लेकिन बादल फटने की चेतावनी अभी भी जारी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि "रात को एकदम 11:00 बजे जो इन्होंने बी बी एम बी वालों ने ऊटर बजाए उसके बाद पानी इतना बड़ा क्योंकि कुकला से ऊपर जिल्याली में बादल फटा।" उन्होंने यह भी बताया कि सैंड के ऊपर भी बादल फटा, और ये दोनों व्यास और यूनिकट नदियाँ मिलती हैं। रात लगभग 11-11:30 बजे के आसपास स्थानीय निवासियों ने एक-दूसरे का सहयोग किया और एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची। बुजुर्गों और बच्चों सहित सभी को मुख्य सड़क पर निकाला गया। सुबह 6:00 बजे तक ऐसी स्थिति थी कि पानी कभी भी मुख्य सड़क को छू सकता था।