भारत अपनी रक्षा क्षमताओं को बढ़ा रहा है. युद्ध में भारी भरकम तोपों की जगह अब होवित्सर तोपों का इस्तेमाल हो रहा है. इन्हें कहीं भी, यहां तक कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी तैनात किया जा सकता है. एडीएजीएस तोपें कंट्रोल रूम से संचालित होती हैं, निशाना सटीक होता है, रेगिस्तान व पहाड़ी इलाकों में भी प्रभावी हैं. ये 'दागो और भागो' की नीति पर काम करती हैं. 'आठ लारीगन' मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत की ताकत दिखाती हैं. इसका मकसद यह है कि "भारत की ताकत रक्षा के क्षेत्र में कितनी बढ़ती जा रही है और दुश्मन भारत की तरफ आंख उठाने की हिमाकत तक नहीं कर सकता है" दुश्मन की तैयारियों को देखते हुए भारत ने एडवांस मीडियम कॉम्बैट एयरक्रॉफ्ट (AMCA) के मेगा प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है. दुनिया में केवल तीन देशों के पास पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान हैं. भारत भी अब इस दौड़ में शामिल हो गया है.