देश के हर एक क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है. जमीन पर बस-ट्रेन चलाने से लेकर आसमान में फाइटर प्लेन और यात्री विमान उड़ाने तक, सब जगह भारतीय महिलाएं अपनी धाक जमा रही हैं. एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में सबसे ज्यादा महिला पायलट भारत में हैं. दुनिया में औसतन 5 फीसदी महिला पायलट हैं, जबकि भारत में इससे तीन गुना ज्यादा यानी 15 फीसदी महिला पायलट हैं. इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ विमेन एयरलाइन पायलट्स ने एविएशन सेक्टर में जेंडर इक्वालिटी यानी महिला-पुरुष समानता पर पिछले साल एक रिपोर्ट जारी की. इस रिपोर्ट के मुताबिक, फ्लाइट डेक यानी विमान के कॉकपिट में मौजूद स्टाफ में जेंडर इक्वालिटी के मामले में भारत दुनिया में सबसे आगे है. भारत में फ्लाइट डेक पर सबसे ज्यादा 12.4 प्रतिशत जेंडर इक्वालिटी रेट है, इसके बाद दूसरे नंबर पर आयरलैंड और तीसरे नंबर पर साउथ अफ्रीका हैं. यही नहीं, एक रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक, पुरुषों के मुकाबले महिला पायलट का क्रैश रेट काफी कम होता है. तमाम भारतीय एयरलाइंस से जुटाई गई जानकारी के मुताबिक, साल 2021 में 244 पायलट भर्ती किए गए थे.
Women's participation is increasing in every field of the country. From driving bus-trains on the ground to flying fighter planes and passenger planes in the sky, Indian women are making a mark everywhere. According to a recent report, India has the largest number of women pilots in the world. On an average, there are 5 percent women pilots in the world, while India has three times more i.e. 15 percent women pilots. The International Association of Women Airline Pilots released a report last year on gender equality in the aviation sector. According to this report, India is at the forefront of the world in terms of gender equality in the flight deck ie the staff present in the cockpit of the aircraft. India has the highest gender equality rate on the flight deck at 12.4 per cent, followed by Ireland at number two and South Africa at number three.