हिंदुस्तान वो देश है, जो अपनी ताकत का इस्तेमाल विकास के लिए करता है. इसी सोच की बदौलत हम दुनिया में लोकतंत्र के सबसे बड़े रक्षक कहलाते हैं. इसी सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में लोकतंत्र का नया मंदिर बनकर तैयार हुआ है, जो अपने आप में खास और ऐतिहासिक है. ये आत्मनिर्भर भारत की पहचान है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार 28 मई को संसद के नए भवन का उद्घाटन करेंगे.
A new temple of democracy is ready which is special and historical in itself. Prime Minister Narendra Modi will inaugurate the new building of Parliament on 28 May. 'Sengol' means the scepter will be installed in the new parliament building.