इजरायल और ईरान के बीच जारी संघर्ष के ग्यारहवें दिन ईरान ने होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करने का प्रस्ताव पारित किया है, जिससे वैश्विक तेल संकट की आशंका बढ़ गई है. हालांकि, भारत के लिए राहत की बात है कि इस कदम का उसपर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि भारत तेल आपूर्ति के लिए खाड़ी देशों के अलावा अमेरिका, रूस और अफ्रीका पर भी निर्भर है. भारत के पास कच्चे तेल का पर्याप्त भंडारण है और तेल विपणन कंपनियों के पास तीन सप्ताह से लेकर 25 दिनों तक का स्टॉक है, जिससे अन्य मार्गों से आपूर्ति बढ़ाई जा सकती है.