अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में मौजूद भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला 14 जुलाई 2025 को धरती पर वापस लौटेंगे. एक्जीओम स्पेस ने घोषणा की है कि ड्रैगन कैप्सूल के आइएसएस से अलग होने के साथ ही शुभांशु शुक्ला और उनकी टीम पृथ्वी पर वापस आएगी. ड्रैगन कैप्सूल समुद्र में सुरक्षित लैंडिंग करेगा, जहां से टीम को रेस्क्यू जहाज से निकाला जाएगा. शुभांशु शुक्ला स्पेस स्टेशन जाने वाले पहले भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन हैं और 1984 में राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं. इस मिशन के दौरान उन्होंने अंतरिक्ष में पौधों की वृद्धि और मानव स्वास्थ्य पर माइक्रो ग्रेविटी के प्रभाव जैसे कई प्रयोग किए. यह मिशन 25 जून 2025 को स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल से शुरू हुआ था. यह एक निजी मिशन है जिसे एक्ज्यूम स्पेस और स्पेसएक्स की मदद से शुरू किया गया. शुभांशु शुक्ला का आइएसएस में जाना भारत को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान में नई पहचान देगा. यह मिशन इसरो के गगनयान मिशन की तैयारी का हिस्सा है. भारत भविष्य में अपने अंतरिक्ष यात्रियों को आइएसएस भेजने और स्वदेशी अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की योजना बना रहा है. एक परिवार के सदस्य ने कहा, "हमारा पूरा परिवार सभी लोग एक्साइटेड है और बच्चा जितनी जल्दी से जल्दी आए हम यही से प्रार्थना करते हैं और उसको यही दुआएं देते हैं कि वह अच्छी सेक्शुअल जो है उनकी वापसी संभव हो और ये हमारे लिए बहुत ही गौरव की बात है कि वह बच्चा हमारा. मिशन पूरा करके वापस आ रहा है."