भारतीय वायुसेना की ताकत में इजाफा होने जा रहा है क्योंकि हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड अब तेजस विमान के निर्माण के अंतिम प्रक्रिया में है. मार्च 2026 तक भारतीय वायुसेना को छह तेजस जेट एलसीए मार्क वॅन ए मिल जाएंगे, हालांकि अमेरिकी डिफेंस कंपनी जीई एरोस्पेस द्वारा इंजन की समय पर सप्लाई न होने के कारण डिलीवरी में देरी हुई है. यह 4.5 पीढ़ी का स्वदेशी लड़ाकू विमान है जो मिग 21 लड़ाकू विमानों की जगह लेगा और 3000 किलोमीटर तक की उड़ान भरने तथा 2200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ने में सक्षम है.