जम्मू कश्मीर के राजौरी में भारतीय सेना और जिला प्रशासन ने मिलकर एक सार्वजनिक पुस्तकालय की शुरुआत की है. यह पुस्तकालय नियंत्रण रेखा (LoC) के आसपास के क्षेत्रों में शिक्षा का प्रसार कर रहा है. भारतीय सेना की इस पहल से बदलाव की एक नई मिसाल स्थापित हो रही है. पुस्तकालय में ऑडियो विजुअल रूम और कंप्यूटर के माध्यम से छात्रों को डिजिटल शिक्षा से जोड़ा जा रहा है. यह प्रयास जम्मू कश्मीर के राजौरी में छात्रों के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए किया गया है. भारतीय सेना इस पहल के जरिए लोगों की सुरक्षा के साथ-साथ पूरे समाज के विकास में योगदान दे रही है. राजौरी और LoC के आसपास के अन्य इलाकों में शिक्षा के स्तर को सुधारने में यह पुस्तकालय महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. एक बयान के अनुसार, "ब्रिगेड उस्मान के मेमॅरि में इस डाइब्रेरी को बनाया गया है, यह एक बहुत बड़ा कदम है और इससे लोगों को काफी फायदा मिल रहा है" इस पुस्तकालय में विज्ञान, सामान्य ज्ञान, साहित्य और प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित सभी प्रकार की पुस्तकें उपलब्ध हैं. यहां हर उम्र के छात्रों के लिए किताबें रखी गई हैं. आसपास के कई सरकारी स्कूलों के छात्र इस पुस्तकालय का लाभ उठा रहे हैं. पहले छात्रों को किताबों के लिए कई किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता था, लेकिन अब उन्हें सभी आवश्यक किताबें यहीं मिल जाती हैं. इस पुस्तकालय ने छात्रों के सपनों को नई दिशा दी है.