भारतीय सेना में डॉग्स को देश की सुरक्षा, राहत और बचाव कार्यों में एक सैनिक की तरह तैयार किया जाता है. ये डॉग्स इन्फेंट्री और फाइटिंग आर्म्स को फोर्स मल्टीप्लायर और साइलेंट बैक हैंड सपोर्ट देते हैं. किसी भी ऑपरेशन के दौरान डॉग्स उन जगहों पर काम करते हैं जहाँ इंसान की सीमाएं होती हैं. मेरठ स्थित आरवीसी (रेमाउंट वेटरीनरी कोर) भारतीय सेना में जानवरों से संबंधित सभी गतिविधियों, उनकी ब्रीडिंग, ट्रेनिंग और डिप्लॉयमेंट के लिए जिम्मेदार है.